साथी कैबिनेट मंत्रियों ने ज़िला प्रशासन को श्री गुरु तेग बहादर जी के 350वें शहीदी दिवस समारोहों के लिए सभी प्रबंध सुनिश्चित करने के निर्देश दिए श्री आनंदपुर साहिब में लाइट एंड साउंड शो, नगर कीर्तन और ऐतिहासिक विधानसभा सत्र होंगे आयोजित
साथी कैबिनेट मंत्रियों ने ज़िला प्रशासन को श्री गुरु तेग बहादर जी के 350वें शहीदी दिवस समारोहों के लिए सभी प्रबंध सुनिश्चित करने के निर्देश दिए श्री आनंदपुर साहिब में लाइट एंड साउंड शो, नगर कीर्तन और ऐतिहासिक विधानसभा सत्र होंगे आयोजित
खबर खास, चंडीगढ़/ गुरदासपुर-
पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने आज अपने साथी कैबिनेट मंत्रियों के साथ अमृतसर और गुरदासपुर के ज़िला प्रशासन को श्री गुरु तेग बहादर साहिब जी के 350वें शहीदी दिवस समारोहों के लिए सुचारू प्रबंधों और बुनियादी ढांचे के विकास कार्यों को समय पर पूरा करने के विस्तृत निर्देश जारी किए।
बैंस ने पीडब्ल्यूडी मंत्रीस हरभजन सिंह ई.टी.ओ., ग्रामीण विकास और पंचायत मंत्री तरुनप्रीत सिंह सौंद तथा पर्यटन विभाग के सलाहकार दीपक बाली के साथ मिलकर गुरदासपुर और अमृतसर में हुई अलग-अलग बैठकों के दौरान तैयारियों की समीक्षा की।
बैंस ने कहा कि मुख्यमंत्री स भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार कई महीनों से श्री गुरु तेग बहादर साहिब जी और उनके अटूट सिख साथियों — भाई मती दास जी, भाई सती दास जी और भाई दयाला जी — की अद्वितीय शहादत को श्रद्धांजलि देने के लिए व्यापक तैयारियाँ कर रही है।
बैठक के दौरान बैंस ने दोनों ज़िलों के डिप्टी कमिश्नरों और संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि बुनियादी ढांचा, सफाई, रोशनी, संगत के ठहरने, यातायात और सुरक्षा से जुड़े सभी प्रबंध समय से पहले पूरे कर लिए जाएँ। उन्होंने धार्मिक संस्थाओं और स्थानीय गुरुद्वारा कमेटियों के साथ नज़दीकी तालमेल बनाए रखने के निर्देश भी दिए ताकि सभी कार्यक्रम शांति और श्रद्धा से संपन्न हों।
शिक्षा मंत्री ने पी.डब्ल्यू.डी., ग्रामीण विकास, स्थानीय सरकार और पर्यटन विभागों को पूर्ण समन्वय से कार्य करने के आदेश दिए, ताकि नगर कीर्तन मार्गों की सुंदरता, सड़कों का उन्नयन, स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत, सफाई व्यवस्था और पेयजल व पार्किंग की उचित सुविधाएँ सुनिश्चित की जा सकें।
उन्होंने कहा, “हमारा कर्तव्य है कि सेवक के रूप में हम इन पवित्र और ऐतिहासिक समारोहों को पूर्ण श्रद्धा और अनुशासन के साथ आयोजित करें।” उन्होंने बताया कि चार बड़े नगर कीर्तन देश के विभिन्न हिस्सों से प्रारंभ होंगे और 22 नवंबर को श्री आनंदपुर साहिब में एकत्रित होंगे। पहला नगर कीर्तन 19 नवंबर को श्रीनगर से शुरू होकर जम्मू, पठानकोट और होशियारपुर से गुज़रेगा; दूसरा गुरदासपुर से प्रारंभ होकर बटाला, बाबा बकाला और अमृतसर के रास्ते से, तीसरा फरीदकोट से फिरोजपुर, लुधियाना और श्री फतेहगढ़ साहिब होकर, और चौथा तख्त श्री दमदमा साहिब से बठिंडा, संगरूर, पटियाला और मोहाली के रास्ते से गुज़रेगा।
बैंस ने बताया कि अमृतसर और बाबा बकाला में कीर्तन दरबार और लाइट एंड साउंड शो आयोजित किए जाएँगे, जो श्री गुरु तेग बहादर साहिब जी के जीवन और शहादत को प्रदर्शित करेंगे। ऐसे शो 1 नवंबर से 18 नवंबर तक राज्य के सभी 23 ज़िलों में आयोजित किए जाएँगे। उन्होंने आगे बताया कि गुरु के महल (गुरु जी का जन्म स्थान) और आसपास के विरासती स्थलों की सुंदरता के लिए कार्य जारी है।
बैंस ने बताया कि मुख्य समारोह 23 से 25 नवंबर तक श्री आनंदपुर साहिब में होंगे, जहाँ एक करोड़ से अधिक संगत के पहुँचने की उम्मीद है। “चक्क नानकी” नामक टेंट सिटी में प्रतिदिन 11,000 से अधिक श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था होगी। तीन दिवसीय समारोहों में अखंड पाठ साहिब, सर्व धर्म सम्मेलन, विरासत-ए-खालसा प्रदर्शनी, गुरु जी के जीवन पर ड्रोन शो और “शहादत की लौ” जैसे कई कार्यक्रम शामिल होंगे। नौवें गुरु साहिब की महान कुर्बानी को नमन करने के लिए भाई जेटा जी स्मारक में पहली बार पंजाब विधानसभा का ऐतिहासिक विशेष सत्र भी आयोजित किया जाएगा।
बैठकों में उपस्थित अन्य प्रमुख हस्तियों में संत बाबा कश्मीर सिंह जी भूरीवाले, विधायक अमनशेर सिंह शैरी कलसी, गुरदासपुर और अमृतसर के वरिष्ठ अधिकारी, धार्मिक नेता और सिख संस्थाओं के प्रतिनिधि शामिल थे।
अंत में हरजोत सिंह बैंस ने कहा कि श्री गुरु तेग बहादर साहिब जी की शहादत के ये पवित्र समारोह आने वाली पीढ़ियों को गुरु जी के शांति, करुणा और धार्मिक स्वतंत्रता के शाश्वत संदेश से प्रेरणा देंगे। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार पूरी निष्ठा से यह सुनिश्चित कर रही है कि हर संगत को अध्यात्मिकता और प्रबंधन की सुचारू व्यवस्था का अनोखा संगम अनुभव हो।
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