* केजरीवाल ने कहा, एसोसिएशन ऑफ स्टूडेंट्स फॉर अल्टरनेटिव पॉलिटिक्स (एसैप) युवाओं को वैकल्पिक राजनीति का मंच देगा * 75 साल से चल रही मेन स्ट्रीम पॉलिटिक्स ही आज हमारे देश की सभी समस्याओं की जड़ है- केजरीवाल
* केजरीवाल ने कहा, एसोसिएशन ऑफ स्टूडेंट्स फॉर अल्टरनेटिव पॉलिटिक्स (एसैप) युवाओं को वैकल्पिक राजनीति का मंच देगा * 75 साल से चल रही मेन स्ट्रीम पॉलिटिक्स ही आज हमारे देश की सभी समस्याओं की जड़ है- केजरीवाल
खबर खास, नई दिल्ली :
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को कांस्टिट्यूशन क्लब में पार्टी के छात्र संगठन को एक नए नाम व कलेवर के साथ री-लॉन्च किया। अब इसका नया नाम एसोसिएशन ऑफ स्टूडेंट्स फॉर अल्टरनेटिव पॉलिटिक्स (एसैप) होगा।
उन्होंने युवाओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि एएसएपी न सिर्फ़ छात्र राजनीति को एक नई दिशा देगा, बल्कि वैकल्पिक राजनीति का एक सशक्त मंच भी बनेगा। इसके ज़रिए हम एक ऐसी युवा पीढ़ी तैयार करेंगे जो राजनीति की परिभाषा को बदलेगी और देश के लिए काम करेगी। युवाओं की ऊर्जा अब बदलाव की राजनीति में लगेगी।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 75 साल से चल रही मेन स्ट्रीम पॉलिटिक्स ही हमारे देश की सभी समस्याओं की जड़ है। मेन स्ट्रीम पॉलिटिक्स में शिक्षा माफिया का राज मिलेगा, जबकि आम आदमी पार्टी की अल्टनेटिव पॉलिटिक्स में सबको समान शिक्षा का हक मिलेगा। इस दौरान पंजाब के प्रभारी मनीष सिसोदिया, राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनुराग ढांडा, सांसद गुरमीत सिंह, अनमोल गगन, वरिष्ठ नेता अवध ओझा, विधायक जनरैल सिंह समेत अन्य गणमान्य मौजूद रहे।
एसोसिएशन ऑफ स्टूडेंट्स फॉर अल्टरनेटिव पॉलिटिक्स का लोगो लॉन्च कर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि छात्र विंग एएसएपी को लॉन्च करके बड़ी खुशी हो रही है। वैकल्पिक राजनीति और मुख्यधारा की राजनीति क्या है? आज हमारे देश के सामने बहुत सारी समस्याएं हैं। किसी भी देश के सामने किसी भी वक्त समस्याएं तो होती ही हैं। लेकिन आज हमारे देश के सामने बेसिक समस्याएं हैं। लोगों के पास खाने के लिए नहीं है, शिक्षा नहीं हैं, कोई बीमार हो जाए तो इलाज नहीं हैं। भारत को आजाद हुए 75 साल हो चुके हैं। लेकिन आज भी पर्याप्त अस्पताल, दवाइयां नहीं हैं।
केजरीवाल ने बताया, यह है मेन स्ट्रीम पॉलिटिक्स
अरविंद केजरीवाल ने छात्र विंग को मेन स्ट्रीम राजनीति को समझाते हुए कहा कि पिछले 75 साल से एक ही ढर्रे पर कांग्रेस, भाजपा समेत दूसरी पार्टियों की राजनीति चली आ रही है। जिसे हम मेन स्ट्रीम पॉलिटिक्स कहते हैं। 75 साल से चली आ रही आ रही मेन स्ट्रीम पॉलिटिक्स ही आज हमारे देश की सभी समस्याओं की जड़ है। हमारी जिंदगी के हर मुद्दे को राजनीति छूती है।
आम आदमी पार्टी करती है अल्टरनेटिव पॉलिटिक्स- केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में 10 साल राज किया और अभी पंजाब में हमारी सरकार है। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में जिस तरह का काम और राजनीति की, उसे वैकल्पिक राजनीति कहते हैं। हम कहते हैं कि स्कूल बनने चाहिए। लेकिन मेन स्ट्रीम पॉलिटिक्स के लोग कहते हैं कि अच्छे स्कूल नहीं होने चाहिए। हम कहते हैं कि लोगों को अच्छा इलाज मिलना चाहिए। पिछले 10 साल में हमने दिल्ली में ढेरों शानदार स्कूल बनाए। सारे सरकारी स्कूल अच्छे कर दिए। 10 साल तक प्राइवेट स्कूलों को फीस नहीं बढ़ाने दी। दिल्ली में भाजपा की सरकार बने तीन महीने भी नहीं हुए हैं। इन्होंने सरकारी स्कूलों का बेड़ा गर्क करना शुरू कर दिया है। सोशल मीडिया बच्चे और पैरेंट्स बता रहे हैं।
केजरीवाल ने कहा कि 10 साल तक आम आदमी पार्टी की सरकार ने दिल्ली में शिक्षा माफिया को कंट्रोल करके रखा था, उन्हें ध्वस्त कर दिया था। शिक्षा माफिया को खत्म करने में बड़ी मेहनत करनी पड़ी, हमें बहुत धमकियां मिलीं। हमें शिक्षा माफिया के खिलाफ हिम्मत दिखानी पड़ी। बड़े-बड़े प्राइवेट स्कूलों के मालिक छोटे लोग नहीं हैं। इतने बड़े-बड़े लोगों का हम लोगों ने सामना किया और 10 साल तक उनको फीस नहीं बढ़ाने दी। भाजपा की दिल्ली में सरकार बने तीन महीने ही हुए हैं और सारे प्राइवेट स्कूल फीस बढ़ा रहे हैं।
दुनिया एआई की बात कर रही और ये हमारे बच्चों को हिन्दू-मुसलमान सिखा रहे- केजरीवाल
केजरीवाल ने कहा कि एक तरह पूरी दुनिया एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) की बात कर रही है और दूसरी तरह, ये लोग 24 घंटे आपके बच्चों को सिर्फ हिन्दू-मुसलमान सिखाते हैं। जबकि इनके बच्चे विदेश में जाकर पढ़ते हैं। इनके सभी नेताओं के बच्चे विदेशों में पढ़ रहे हैं और ये आम आदमी के बच्चों के हाथों में डंडे देकर मस्जिदों के सामने भेजते हैं और हिन्दू-मुसलमान कराते हैं। यह भाजपा-कांग्रेस की मेन स्ट्रीम पॉलिटिक्स है। आम आदमी पार्टी की पॉलिटिक्स 140 करोड़ लोगों को इकट्ठा करके भारत को दुनिया का नंबर वन देश बनाना है।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इन्होंने देश का सारा सामान उठाकर अपने एक दोस्त को दे दिया। इन्होंने अपने दोस्त को एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, आसमान, पाताल और जमीन भी दे दी। इन दोनों पार्टियों की सरकार में जमकर भ्रष्टाचार है। इसी का मेन स्ट्रीम पॉलिटिक्स कहते हैं। दूसरी तरफ, सरकार के एक-एक पैसे को बचाने, उसका जनता के हित में इस्तेमाल करने, ईमानदारी से सरकार चलाने को अल्टरनेटिव पॉलिटिक्स कहते हैं।
एसैप पूरे देश में शिक्षा सुधार का चेहरा, दिमाग और आवाज बनेगा- मनीष सिसोदिया
दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं पंजाब के प्रभारी मनीष सिसोदिया ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने एक नई सोच और विजन के साथ स्टूडेंट्स विंग को लॉन्च किया है। आम आदमी पार्टी की तरह एसैप भी वैकल्पिक राजनीति की बात करेगा। आज देश में जो भी रानीति व नीति सुधार की जरूरत है, वह एसैप है। हम बहुत सारी चीजों में पीछे हैं।
मनीष सिसोदिया ने कहा कि सभी को एसैप को याद रखना है। हमारे पास समय नहीं हैं, अब हमें क्रांति करनी है। आम आदमी पार्टी की अब तक यात्रा में एक बड़ी उपलब्धि रही है कि आज देश में आम आदमी पार्टी एक वैकल्पिक राजनीति का नाम बन गई है।
मनीष सिसोदिया ने कहा कि एएसएपी का काम कॉलेज-यूनिवर्सिटी के बच्चों में कूट-कूट कर देशभक्ति की भावना भरनी है। आम आदमी पार्टी जहां पर भी सरकार बनाने का मौका मिलता है, वहां शिक्षा में सुधार करने का प्रयास करती है। लेकिन पार्टियों और सरकारों का भी शिक्षा सुधार करने की जरूरत है। असली सुधार छात्रों के बीच से आएगा। आज छात्र सबसे ज्यादा हाइटेक हैं। एएसएपी को देखना होगा कि छात्रों को लेकर शिक्षा में क्या कमी रह जा रही है। जहां कमी है, वहां एसैप को आवाज उठानी पड़ेगी।
एसैप का मुख्य उद्देश्य जनता को शासन होने का अहसास दिलाना है- अवध ओझा
वरिष्ठ नेता अवध ओझा ने कहा कि लोकतंत्र दुनिया का सबसे महान सिद्धांत है। महात्मा गांधी का स्वतंत्रता संग्राम में बहुत बड़ा योगदान रहा। जबकि लड़ाई करते हुए कहीं नहीं दिखे। उन्होंने लड़ाई से बड़ा काम जागरूक करने का काम किया। आज हमारे देश की सबसे बड़ी जरूरत है कि देश की जनता यह समझे कि इस देश का पूरा शासन, सत्ता उसके हाथ में हैं और लोकतंत्र में उसे मांगना क्या है? अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी की सरकार ने सबसे बड़ा काम शिक्षा सुधार का किया। मनीष सिसोदिया को शिक्षा सुधार का जनक कहा जाता है। उन्होंने कहा कि एसैप का उद्देश्य जनता को यह एहसास दिलाना है कि वे शासक हैं और अपनी जरूरतों की मांग सरकार से करें। उन्होंने छात्र राजनीति को आधुनिक विश्व में महत्वपूर्ण बताते हुए माजिनी के “यंग इटली मूवमेंट” और भारत के “यंग बंगाल मूवमेंट” का उदाहरण दिया। उन्होंने उम्मीद जताई कि एएसएपी भारत में जनता को जागृत कर प्रजातंत्र को मजबूत करेगी।
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