बुलंद हौसले और ईमानदार कोशिश हो तो सफलता एक ना एक दिन हासिल जरूर होती है। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है  कृष्णा यादव ने। कभी सड़क किनारे फुटपाथ पर सब्जी बेच कर घर का गुजारा करने वाली कृष्णा आज गुरुग्राम के बजघेड़ा में अपनी मेहनत और लगन के दम पर चार फैक्ट्री को संभालती है। साथ ही साथ ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बनाने का भी काम कर रही है।