हरियाणा के मुख्यमंत्री ने किया महान क्रांतिकारी शहीद उधम सिंह को नमन शहीद की जन्मभूमि पंजाब के सुनाम पहुंचे, शहीद उधम सिंह मैमोरियल पर जाकर किए पुष्प अर्पित, संग्रहालय का किया दौरा शहीद उधम सिंह के परिजनों से भी मिले, जनसभा को किया संबोधित
हरियाणा के मुख्यमंत्री ने किया महान क्रांतिकारी शहीद उधम सिंह को नमन शहीद की जन्मभूमि पंजाब के सुनाम पहुंचे, शहीद उधम सिंह मैमोरियल पर जाकर किए पुष्प अर्पित, संग्रहालय का किया दौरा शहीद उधम सिंह के परिजनों से भी मिले, जनसभा को किया संबोधित
खबर खास, चंडीगढ़ :
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि महान क्रांतिकारी शहीद उधम सिंह की तपस्या, बलिदान और उनका साहस हमेशा हमें प्रेरणा देता रहेगा। उन्होंने जलियांवाला बाग में निहत्थे लोगों के हत्यारे जरनल डायर को विदेश में जाकर मौत के घाट उतारा था। जो पूरे देश के लिए आज भी प्रेरणादायक है और हमेशा देश सेवा की प्रेरणा देता रहेगा।
हरियाणा के मुख्यमंत्री वीरवार को पंजाब में स्थित शहीद उधम सिंह की जन्मभूमि सुनाम में आयोजित एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री सैनी ने शहीद उधम सिंह मैमोरियल पर जाकर उनकी प्रतिमा के सामने पुष्प अर्पित कर नमन किया। उन्होंने यहां पौधारोपण भी किया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने शहीद उधम सिंह संग्रहालय का दौरा किया और शहीद उधम सिंह से जुड़ी स्मृतियों, उनके फोटो व उनके पत्रों का अवलोकन कर अपने विचार भ्रमण पुस्तिका में दर्ज किए।
इसके बाद मुख्यमंत्री ने हरदयाल सिंह की अगुवाई में शहीद उधम सिंह के परिजनों से मुलाकात की। परिजनों ने अपनी मांगों के संबंध में एक मांग पत्र भी हरियाणा के मुख्यमंत्री को सौंपा।
संगरूर रोड पर भाजपा नेत्री एवं पंजाब प्रदेश सचिव दामन बाजवा द्वारा आयोजित जनसभा में पहुंचे सैनी का पंजाब भाजपा नेताओं द्वारा जोरदार स्वागत किया। सैनी ने अपने संबोधन में कहा कि उन्हें शहीद उधम सिंह की जन्मभूमि पर आकर उन्हें नमन करने का अवसर मिला है। जब लोग जलियांवाला बाग में बैसाखी पर्व के लिए एकत्रित हुए थे, उस समय जरनल डायर ने सभी रास्ते बंद करवाकर निहत्थे लोगों पर फायरिंग का आदेश देकर हजारों लोगों को मौत के घाट उतरवा दिया था। उसी समय सरदार उधम सिंह ने देश की मिट्टी को माथे से लगाकर संकल्प लिया था कि जब तक मैं इस जरनल डायर को मौत के घाट नहीं उतार देता तब तक चैन से नहीं बैठूंगा। 13 अप्रैल 1919 की इस हृदयविदारक घटना के बाद 13 अप्रैल 1940 को अंग्रेजों की धरती पर जाकर उन्होंने जरनल डायर को गोलियों से भून कर मौत के घाट उतार कर उन हजारों निहत्थे लोगों की हत्या का बदला लिया और अपना सर्वस्व इस देश पर कुर्बान कर दिया।
क्रांतिकारी वीर सरदार उधम सिंह ने लंबे समय तक तपस्या की और फिर अपना बदला लिया। जो उनके साहस, उनकी तपस्या व त्याग का परिणाम है। उनकी महान तपस्या, उनका साहस और उनका बलिदान हमेशा हमें प्रेरणा देता रहेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हम जिस आजाद भारत में रह रहे हैं, इस आजादी के लिए उधम सिंह, भगत सिंह जैसे असंख्य महान क्रांतिकारियों ने अपना बलिदान दिया और उन्होंने अंग्रेजों को भारत छोडऩे पर मजबूर कर दिया। आजादी हमें वैसे ही नहीं मिली है। इसके लिए बड़ी कुर्बानियां देनी पड़ी है।
पंजाब की सरकार ने लोगों से किए वायदे नहीं किए गए पूरे:मुख्यमंत्री
समारोह के बाद पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि आज उनके लिए गर्व की बात है कि महान क्रांतिकारी शहीद उधम सिंह को उनकी जन्मभूमि पर नमन करने तथा उनके परिजनों से मिलने का अवसर मिला है। 21 साल तक तपस्या कर उन्होंने जलियांवाला बाग हत्याकांड के दोषी जनरल डायर को मौत के घाट उतार कर देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया था।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने पंजाब सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पंजाब में जनता से जो इन्होंने वायदे किए गए थे, उन वायदों पर यहां की सरकार खरा नहीं उतरी है। लोग अब इंतजार में हैं। इन्होंने यहां के लोगों को केवल सब्जबाग दिखाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि जैसे दिल्ली में इन्होंने सब्जबाग दिखाए गए थे, मगर दिल्ली के लोग समझ गए हैं। पंजाब के लोग भी इन्हें अब समझ गए है।
Like
Dislike
Love
Angry
Sad
Funny
Wow
Comments 0