यह पहल देशभर के उच्च शिक्षण संस्थानों में कार्यरत शिक्षकों एवं प्रशासनिक कर्मचारियों की पेशेवर दक्षताओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
यह पहल देशभर के उच्च शिक्षण संस्थानों में कार्यरत शिक्षकों एवं प्रशासनिक कर्मचारियों की पेशेवर दक्षताओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
खबर खास, बठिंडा :
पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयू पंजाब) को भारतीय विश्वविद्यालय संघ (एआईयू) से अपने परिसर में एआईयू अकादमिक एवं प्रशासनिक विकास केंद्र (एआईयू-एएडीसी) स्थापित करने की औपचारिक स्वीकृति प्राप्त हुई है। यह पहल देशभर के उच्च शिक्षण संस्थानों में कार्यरत शिक्षकों एवं प्रशासनिक कर्मचारियों की पेशेवर दक्षताओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
यह स्वीकृति एआईयू की 24 अप्रैल, 2025 की अधिसूचना के जवाब में सीयू पंजाब द्वारा प्रस्तुत प्रस्ताव के आधार पर प्रदान की गई है। स्वीकृति पत्र में एआईयू की महासचिव डॉ. पंकज मित्तल ने विश्वविद्यालय की क्षमता निर्माण हेतु प्रतिबद्धता की सराहना की और इस उपलब्धि के लिए विश्वविद्यालय की टीम को बधाई दी।
सी यू पंजाब में स्थापित होने वाले एआईयू-एएडीसी के अंतर्गत प्रतिवर्ष पाँच अल्पकालिक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिनमें कम से कम एक कार्यक्रम ऑफ़लाइन मोड में होगा। ये कार्यक्रम शैक्षणिक, प्रशासनिक, पुस्तकालय तथा तकनीकी कर्मचारियों की क्षमता वृद्धि पर केंद्रित होंगे।
एआईयू-एएडीसी के प्रमुख फोकस क्षेत्र इस प्रकार हैं: निरंतर ज्ञानार्जन एवं कौशल विकास को प्रोत्साहित करना, संकाय प्रशिक्षण की कमी को पूरा करना, ई-गवर्नेंस और आईसीटी पर तत्परता, शिक्षण में प्रोद्योगिकी का समावेश, अनुसंधान, नवाचार एवं परियोजना प्रस्ताव लेखन, शैक्षणिक निष्ठा और व्यावसायिक नैतिकता, ऑनलाइन शिक्षण एवं ई-सामग्री विकास, नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और सतत विकास लक्ष्यों के अनुरूप रणनीतिक कार्य योजना बनाना, तथा उद्यमिता, सामाजिक उत्तरदायित्व और संसाधन जुटाने जैसे पहलू शामिल हैं। एआईयू-एएडीसी की संरचना, संचालन रूपरेखा और विस्तृत दिशानिर्देश एआईयू की आधिकारिक वेबसाइट www.aiu.ac.in/AADC पर उपलब्ध हैं।
अपने पत्र में एआईयू की महासचिव डॉ. पंकज मित्तल ने विश्वास जताया कि कुलपति प्रो. राघवेंद्र प्रसाद तिवारी के नेतृत्व में सीयू पंजाब का यह एआईयू-एएडीसी केंद्र देशभर के उच्च शिक्षण संस्थानों की शैक्षणिक एवं प्रशासनिक क्षमताओं को मज़बूती प्रदान करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
इस अवसर पर कुलपति प्रो. राघवेंद्र प्रसाद तिवारी ने इस पहल को स्वीकृति देने पर एआईयू का आभार व्यक्त किया और आंतरिक गुणवत्ता सुनिश्चयन प्रकोष्ठ की सराहना की, जिन्होंने इस प्रस्ताव को तैयार कर प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा यह केंद्र शैक्षणिक नेतृत्व को विकसित करने तथा संस्थागत क्षमताओं को सशक्त करने के लिए एक उत्प्रेरक के रूप में कार्य करेगा, जिससे हमारे शिक्षक और प्रशासक उच्च शिक्षा प्रणाली की बदलती मांगों का प्रभावी ढंग से उत्तर दे सकेंगे।
यह सहयोग सीयू पंजाब के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जो विश्वविद्यालय को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से उच्च शिक्षा क्षेत्र के प्रमुख हितधारकों के निरंतर क्षमता निर्माण में योगदान देने का अवसर प्रदान करेगा।
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