खनौरी सीमा पर बीते 35 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद पुलिस अस्पताल में भर्ती नहीं करवा पाई। पूर्व एडीजीपी जसकरन सिंह के नेतृत्व में पटियाला रेंड के डीआईजी और एसएसपी ने किसान नेताओं और डल्लेवाल से बातचीत की।
खबर खास, चंडीगढ़ :
खनौरी सीमा पर बीते 35 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद पुलिस अस्पताल में भर्ती नहीं करवा पाई। पूर्व एडीजीपी जसकरन सिंह के नेतृत्व में पटियाला रेंड के डीआईजी और एसएसपी ने किसान नेताओं और डल्लेवाल से बातचीत की।
लेकिन किसान नेताओं ने इसका विरोध करते हुए कहा कि यह आंदोलन समाप्त करने की साजिश है, हम यहां से नहीं हटेंगे। वहीं, डल्लेवाल ने भी अस्पताल जाने से इनकार कर दिया है। किसान नेताओं के विरोध के चलते पुलिस फोर्स को वापस लौटना पड़ा।
गौर रहे कि सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार को आदेश दिए थे कि 31 दिसंबर से पहले डल्लेवाल को अस्थाई अस्पताल में शिफ्ट करे। यदि ऐसा नहीं हुआ तो प्रमुख सचिव और डीजीपी पर अदालत की अवमानना का केस चल सकता है। अब कल 31 दिसंबर को इस केस की फिर से सुनवाई है।
गौर रहे कि बीते रोज डल्लेवाल ने आरोप लगाया था कि पंजाब सरकार मोर्चे पर हमला कराने की तैयारी में है। बीते रोज डल्लेवाल ने 2.36 मिनट का वीडियो जारी कर कहा था कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के मुताबिक पंजाब सरकार भी मोर्चे पर हमला करने की तैयारी में है। दुख की बात है कि जब हमने अनशन शुरू किया है तो हमारा यह मानना था कि गांधीवादी तरीके से शांतिमय तरीके से सत्याग्रह करेंगे। अंग्रेज सरकार भी सत्याग्रह को मानती रही है। मगर, यह सरकार हमारी बात सुनने की बजाए हमारे मोर्चे को कुचलने की कोशिश कर रही है।
डल्लेवाल ने कहा कि, 'हमें आज सूचना मिल रही है कि भारी संख्या में फोर्स लेकर पंजाब सरकार केंद्र सरकार के इशारे पर सब मिलकर आंदोलन पर हमला करने की तैयारी कर आ रहे हैं। यह लड़ाई आपकी है। हमारा काम लड़ाई लड़ना है। इसको जीतना आपका काम है। जहां तक हमारी ऑडियो वीडियो जाती है। मैं सभी से निवेदन करता हूं कि सभी मोर्चे पर पहुंचे, ताकि मोर्चे को बचाया जा सके।'
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