कहा, आत्महत्या मामले की हो उच्चस्तरीय निष्पक्ष जांच आईपीएस वाई. पूरन कुमार के परिवार से मिलकर जताया दुख डैनी बोले- यह संघर्ष सिर्फ पूरन कुमार का नहीं, बल्कि उन सभी का है जो भारतीय संविधान में विश्वास रखता है
कहा, आत्महत्या मामले की हो उच्चस्तरीय निष्पक्ष जांच आईपीएस वाई. पूरन कुमार के परिवार से मिलकर जताया दुख डैनी बोले- यह संघर्ष सिर्फ पूरन कुमार का नहीं, बल्कि उन सभी का है जो भारतीय संविधान में विश्वास रखता है
खबर खास, चंडीगढ़ :
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव और पूर्व विधायक सुखविंदर सिंह डैनी बंडाला आज हरियाणा के आईपीएस वाई. पूरन कुमार के परिवार से मुलाकात की। उन्होंने परिवार के साथ गहरी संवेदना प्रकट की। उन्होंने कहा कि जिस हालात में पूरन कुमार की मौत हुई है, वह पूरे सिस्टम और हरियाणा की भाजपा सरकार को सवालों के कटघरे में ला खड़ा कर रही है।
उन्होंने कहा कि एक साधारण दलित परिवार से भारतीय पुलिस सेवा में एक खास पद पर जाने वाले एक समर्पित और सम्मानित अधिकारी को कैसे दलित विरोधी सिस्टम ने आत्महत्या करने पर मजबूर कर दिया। डैनी बंडाला ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच करवाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि आत्महत्या को मजबूर करने वाले पुलिस अधिकारियों और अन्य लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई की जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि आईपीएस की पत्नी आईएएस अमनीत पी. कुमार की मांगों को तुरंत के तुरंत सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। कांग्रेस उनके साथ खड़ी है। किसी भी हालात में दलितो के साथ धक्का नहीं होने दिया जाएगा। वरिष्ठ अधिकारी पूरन कुमार को इंसाफ दिलाने के लिए हर मोर्चे पर लड़ाई लड़ी जाएगी।
पूर्व विधायक डैनी ने कहा कि भाजपा की नफरत और मनुवादी सोच ने समाज को जहरीला कर दिया है। खुद ही सोचिए की जब एक आईपीएस अधिकारी को उसकी जाति के कारण अपमान और अत्याचार सहने पड़ रहा हो, वहां आम दलित व्यक्ति किन हालात में जी रहा होगा। उनकी सुनवाई कहां हो रही होगी।
रायबरेली में हरिओम वाल्मीकि की हत्या, सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस बीआर गवई पर जूता फैंक कर अपमान करना और अब पूरन कुमार की आत्महत्या जैसी ये घटनाएं बताती हैं कि वंचित वर्ग के खिलाफ अन्याय अपनी चरम सीमा पर है। दलित, आदिवासी, पिछड़े और मुस्लिम आज न्याय की उम्मीद खो रहे हैं। ये संघर्ष केवल पूरन कुमार का नहीं बल्कि हर उस भारतीय का है जो संविधान, समानता और न्याय में विश्वास रखता है।
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