किसानों और केंद्र सरकार के बीच बुधवार को सातवीं वार्ता बेनतीजा रहने के बाद शंभू और खनौरी सीमा पर लौट रहे किसानों को किसान मजदूर मोर्चा के संयोजक सरवण पंधेर और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के जगजीत डल्लेवाल को हिरासत में ले लिया।
किसानों और केंद्र सरकार के बीच बुधवार को सातवीं वार्ता बेनतीजा रहने के बाद शंभू और खनौरी सीमा पर लौट रहे किसानों को किसान मजदूर मोर्चा के संयोजक सरवण पंधेर और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के जगजीत डल्लेवाल को हिरासत में ले लिया।
खबर खास, चंडीगढ़ :
किसानों और केंद्र सरकार के बीच बुधवार को सातवीं वार्ता बेनतीजा रहने के बाद शंभू और खनौरी सीमा पर लौट रहे किसानों को किसान मजदूर मोर्चा के संयोजक सरवण पंधेर और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के जगजीत डल्लेवाल को हिरासत में ले लिया।
पंधेर को मोहाली की एयरपोर्ट रोड पर तो डल्लेवाल एंबुलेंस में खनौरी बॉर्डर लौट रहे थे, पुलिस ने उन्हें रास्ते में घेर लिया। इसके बाद पुलिस डल्लेवाल को एंबुलेंस समेत ही हिरासत में लेकर चली गई। इनके अलावा किसान नेता काका सिंह कोटड़ा, अभिमन्यु कोहाड़, मनजीत राय, ओंकार सिंह को भी डिटेन किया गया।
इसके बाद एक्शन लेते हुए पंजाब पुलिस ने 13 महीने से बंद हरियाणा-पंजाब के शंभू बॉर्डर को खोलना शुरू कर दिया है। यहां आंदोलन कर रहे किसानों को खदेड़ा तो जा ही रहा है साथ ही बुलडोजर से किसानों के बनाए शेड भी तोड़कर हटाए जा रहे हैं।
वहीं, खनौरी बॉर्डर पर भी भारी पुलिस फोर्स पहुंची है। जहां भी किसानों को हटाने का एक्शन जल्द शुरू हो सकता है। बताया जा रहा है कि किसानों को पटियाला के कमांडो सेंटर, बहादुरगढ़ में शिफ्ट किया जा रहा है। इस एक्शन के पीछे की वजह ये सामने आई कि मीटिंग में पंजाब सरकार ने किसानों को दोनों बॉर्डर खोलने या एक हिस्सा खोलने को कहा था, लेकिन किसान नेता नहीं माने।
इधर खनौरी बॉर्डर पर हालात को देखते हुए हरियाणा पुलिस की रिजर्व फोर्स को रवाना कर दिया गया है। हरियाणा के 2 हजार से ज्यादा जवान खनौरी बॉर्डर पर पहले से ही मोर्चा संभाले हुए हैं। शाम होते ही यहां फोर्स बढ़ा दी गई। अब और फोर्स भेजी जा रही है। खनौरी बॉर्डर पर हरियाणा की तरफ जींद जिले में पुलिस की 6 कंपनियां तैनात की गई हैं। जिनकी अगुआई DSP लेवल के अफसर को सौंपी गई है। पुलिस को डर है कि पंजाब पुलिस की इस कार्रवाई के बाद किसान उग्र हो सकते हैं। वह जबरन हरियाणा में घुस सकते हैं।
सीमा बंद होने से हो था काफी आर्थिक नुकसान :चीमा
इस पूरे मामले पर वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि आज की कार्रवाई सिर्फ इसलिए की गई, क्योंकि राज्य को किसानों के बॉर्डर बंद से काफी आर्थिक नुकसान हो रहा था। साथ ही हम राज्य से नशा खत्म करना चाहते हैं। नशा तब खत्म होगा, जब बेरोजगारी खत्म होगी। बेरोजगारी खत्म करने के लिए हमें राज्य में इंडस्ट्री की जरूरत है। मगर धरने की वजह से कई कारोबारियों को परेशानी हो रही है। दोनों बॉर्डर बंद होने से पंजाब को बहुत बड़ी चोट लगी है। जिसके चलते आज की इस कार्रवाई को अमल में लाया गया।
किसानों की पीठ में छुरा घोंपा : प्रताप बाजवा
पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा- आज चंडीगढ़ में केंद्र और पंजाब के मंत्रियों के साथ बैठक से लौट रहे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल और सरवण सिंह पंधेर सहित कई किसानों को पुलिस हिरासत में ले लिया है। ऐसा करना किसानों की पीठ में छुरा घोंपने के बराबर है। इस कदम से मुख्यमंत्री भगवंत मान और भाजपा के बीच मिलीभगत जगजाहिर हो चुकी है। विपक्ष के नेता के तौर पर मैं इसकी निंदा करता हूं और इन किसानों की तत्काल रिहाई की मांग करता हूं। मैं बजट सत्र के दौरान भी किसानों की आवाज को मजबूती से उठाऊंगा। पंजाबी इस तरह के तानाशाही व्यवहार को कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे।
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