350वें शहीदी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में सिख इतिहास की टकसाल परंपरा, गुरु साहिब की यात्राओं, वाणी और शहादत के गहरे आध्यात्मिक अर्थों पर चर्चा