डा.बलबीर ने इस घटन को बताया अक्षम्य प्रशाासनिक लापरवाही जालंधर सिविल अस्पताल में चार ऑक्सीजन बैकअप स्रोत मौजूद थे, लेकिन स्टाफ दबाव की निगरानी में विफल रहा