पहले पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारा साहिब जाने पर जत्थों पर पाबंदी लगाने के केंद्र सरकार के फैसले का विभिन्न धार्मिक और अन्य संगठनों द्वारा कड़ा विरोध किया गया था।