केंद्र-किसानों के बीच फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य यानि एमएसपी समेत अन्य मांगों को लेकर बुधवार को हुई सातवें दौर की वार्ता भी बेनतीजा रही। लगभग चार घंटे के करीब चल रही बैठक के बावजूद इसका कोई नतीजा नहीं निकला।
केंद्र-किसानों के बीच फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य यानि एमएसपी समेत अन्य मांगों को लेकर बुधवार को हुई सातवें दौर की वार्ता भी बेनतीजा रही। लगभग चार घंटे के करीब चल रही बैठक के बावजूद इसका कोई नतीजा नहीं निकला।
खबर खास, चंडीगढ़ :
केंद्र-किसानों के बीच फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य यानि एमएसपी समेत अन्य मांगों को लेकर बुधवार को हुई सातवें दौर की वार्ता भी बेनतीजा रही। लगभग चार घंटे के करीब चल रही बैठक के बावजूद इसका कोई नतीजा नहीं निकला। किसानों ने साफ किया कि एमएसपी की गारंटी नहीं माने जाने तक उनका संघर्ष जारी रहेगा और जगजीत सिंह डल्लेवाल का आमरण अनशन भी जारी रहेगा।
किसानों से बातचीत के बाद मगसीपा से बाहर आए केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह ने बताया कि दोनों ओर हुई बातचीत सकारात्मक और उद्देश्यपूर्ण रही। उन्होंने कहा कि चर्चा जारी रहेगी और अगली बैठक चार मई को होगी। वहीं, पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने बताया कि पिछली बैठक में किसान संगठनों की ओर से मांगों को लेकर सूची शेयर कर दी गई थी। इसके अलावा जिस डेटा के आधार पर किसान एमएसपी समेत अन्य मांग कर रहे थे, उन सभी मुद्दों पर भी चर्चा की गई। अब केंद्र सरकार व्यापारी और किसानी से जुड़े वर्गों से बातचीत करेगी।
गौर रहे कि किसानों की तरफ से संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल और किसान मजदूर मोर्चा के संयोजक सरवन सिंह पंधेर की अगुआई में 28 किसान नेता पहुंचे थे। वहीं, केंद्रीय कृषि चौहान, प्रह्लाद जोशी और पीयूष गोयल के अलावा पंजाब सरकार की तरफ से कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुडि्डयां और वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा किसानों से बातचीत की। मगर, इसमें कोई नतीजा नहीं निकला।
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