राव नरबीर सिंह चरखी दादरी में महेंद्रगढ़ रोड पर एक पेड़ माँ के नाम से पौधारोपण की शुरुआत करेंगे। साथ ही वे जनता विद्या मंदिर, गणपत राय, रासीवासिया महाविद्यालय परिसर में भी शिक्षण संस्थानों में विभाग द्वारा लगाए जा रहे पौधारोपण कार्यक्रम के तहत पौधारोपण करेंगे। इसके अलावा वे पर्यावरण बचाने के लिए सरकार द्वारा इलेक्ट्रॉनिक बसों के अधिक से अधिक संचालन कार्यक्रम के तहत इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना भी करेंगे।
खबर खास, चंडीगढ़ :
हरियाणा के पर्यावरण एवं वन मंत्री राव नरबीर सिंह ने कहा है कि जलवायु परिवर्तन के चलते आज पर्यावरण संतुलन एक वैश्विक चिंता का विषय बन गया है। इसी के चलते पर्यावरण एवं प्रकृति संरक्षण समय की जरूरत बन गया है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक पेड़ माँ के नाम से दूसरा अभियान चलाया है। हर किसी की जिम्मेवारी बनती है कि इस अभियान में अधिक से अधिक सहयोग दिया जाए। इस कड़ी में राव नरबीर सिंह चरखी दादरी में महेंद्रगढ़ रोड पर एक पेड़ माँ के नाम से पौधारोपण की शुरुआत करेंगे। साथ ही वे जनता विद्या मंदिर, गणपत राय, रासीवासिया महाविद्यालय परिसर में भी शिक्षण संस्थानों में विभाग द्वारा लगाए जा रहे पौधारोपण कार्यक्रम के तहत पौधारोपण करेंगे। इसके अलावा वे पर्यावरण बचाने के लिए सरकार द्वारा इलेक्ट्रॉनिक बसों के अधिक से अधिक संचालन कार्यक्रम के तहत इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना भी करेंगे।
एक सरकारी प्रवक्ता ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि राव नरबीर सिंह पर्यावरण संरक्षण के प्रति अति संवेदनशील हैं और चरखी दादरी में पौधारोपण की शुरुआत वे प्रातः 8 बजे ही करेंगे। इसके बाद उपस्थित लोगों को पर्यावरण एवं प्रकृति संरक्षण का संकल्प लेने का संदेश भी देंगे। उन्होंने बताया कि विश्व पर्यावरण दिवस पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने इस वर्ष इस दिवस को एक वृक्ष माँ के नाम 2.0 के रूप में मनाने की घोषणा की है। इसका उद्देश्य अधिक से अधिक तालाबों व नदी किनारे व अन्य सार्वजनिक स्थानों की जमीन पर नीम, पीपल व बड़ पेड़ की त्रिवेणी लगाने का अभियान चलाया है। इससे पहले भी राव नरबीर सिंह ने वन मंत्री के रूप में वन महोत्स्व, सालगिरह, जन्मदिवस व दिवंगत माता-पिता की याद में लोगों से पौधा लगाने की अपील की थी। सेल्फी विद डॉटर अभियान की काफी सराहना हुई थी।
उन्होंने बताया कि वन मंत्री का स्पष्ट संदेश है कि हर जिले में हर वर्ष 2 लाख तक पौधारोपण किया जाए और उनका 5 वर्ष तक संरक्षण किया जाए जब तक कि वे जड़ न पकड़ लें। विश्व पर्यावरण दिवस को लेकर जिला प्रशासन, चरखी दादरी ने पूरी तैयारियां कर ली हैं। जिला सूचना एवं जन सम्पर्क अधिकारी कार्यालय की भजन मंडलियों ने भी अपने प्रचार-प्रसार कार्यक्रम के माध्यम से लोगों में पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया है और लोगों से अपील की है कि 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में बढ़चढ़कर भाग लें।
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