मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार राज्य के दिव्यांगजनों के कल्याण के लिए सक्रिय रूप से कार्य कर रही है। प्रदेश में दिव्यांगजनों को सरकारी सेवाएँ प्रदान करने के लिए बनाए जाने वाले यूडीआईडी कार्ड की सुविधा देने में जिला बरनाला पहले स्थान पर है।
सभी योजनाओं का लाभ लेने के लिए यूडीआईडी एकमात्र पहचान दस्तावेज है
खबर खास, चंडीगढ़ :
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार राज्य के दिव्यांगजनों के कल्याण के लिए सक्रिय रूप से कार्य कर रही है। प्रदेश में दिव्यांगजनों को सरकारी सेवाएँ प्रदान करने के लिए बनाए जाने वाले यूडीआईडी कार्ड की सुविधा देने में जिला बरनाला पहले स्थान पर है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने बताया कि सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास विभाग और स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त प्रयासों से जिला बरनाला में 70 प्रतिशत से अधिक, यानी 9,766 दिव्यांगजन के यूडीआईडी कार्ड बनाए जा चुके हैं।
डॉ. बलजीत कौर ने बताया कि दिव्यांग व्यक्तियों को केंद्र और पंजाब सरकार की सभी योजनाओं और सेवाओं का लाभ एक ही कार्ड के आधार पर देने के लिए यूनिक डिसएबिलिटी आइडेंटिटी कार्ड यानी विशिष्ट दिव्यांगता पहचान पत्र यानि यूडीआईडी जारी किए जाते हैं।
उन्होंने कहा कि यूडीआईडी कार्ड न केवल दिव्यांगजनों के लिए एक पहचान पत्र है, बल्कि यह सरकार की विभिन्न योजनाओं जैसे पेंशन, प्रशिक्षण, रोजगार और चिकित्सा सहायता का लाभ प्राप्त करने के लिए भी आवश्यक है। इस कार्ड के माध्यम से दिव्यांगजनों को सरकारी सेवाओं तक पहुँचने में आसानी होती है।
उन्होंने यह भी बताया कि इसके अलावा पंजाब सरकार द्वारा दिव्यांग व्यक्तियों के लिए एक डिसएबिलिटी सेल बनाया गया है। उन्होंने कहा कि यह समर्पित सेल दिव्यांग व्यक्तियों को योजनाओं का लाभ देने के लिए सिंगल विंडो प्लेटफॉर्म के रूप में कार्य करता है। उन्होंने प्रदेश के दिव्यांगजनों से अपील की कि वे सेवा केंद्रों, जिला सामाजिक सुरक्षा कार्यालयों या सिविल अस्पतालों में संपर्क करके यूडीआईडी कार्ड के लिए अवश्य आवेदन करें, ताकि वे अधिक से अधिक सरकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त कर सकें।
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