नेता प्रतिपक्ष बाजवा के रणजीत सागर डैम से 7 लाख क्यूसेक पानी छोड़ने के आरोपों को पूरी तरह नकारा "जल स्रोत विभाग ने रणजीत सागर डैम से करीब 2.15 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा"
नेता प्रतिपक्ष बाजवा के रणजीत सागर डैम से 7 लाख क्यूसेक पानी छोड़ने के आरोपों को पूरी तरह नकारा "जल स्रोत विभाग ने रणजीत सागर डैम से करीब 2.15 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा"
खबर खास, चंडीगढ़ :
पंजाब के जल स्रोत मंत्री बरिंदर कुमार गोयल ने आज बाढ़ पर राजनीति करने और सदन को गुमराह करने को लेकर विपक्ष को कड़े हाथों लिया।
विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान "पंजाब का पुनर्वास" प्रस्ताव पर दूसरे दिन बोलते हुए गोयल ने कहा कि लंबे समय सत्ता का सुख भोगने वाली, आज की विपक्षी पार्टी के नेता सिर्फ राजनीति करने के लिए ही हमारी सरकार पर बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टी के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने ओछी राजनीति के लिए सदन को यह कहकर गुमराह किया कि रणजीत सागर डैम से 7 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया जबकि सच्चाई यह है कि रणजीत सागर डैम से करीब 2.15 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। उन्होंने कहा कि प्रताप सिंह बाजवा ने सदन में झूठ बोलकर अपराध किया है, जिसके लिए उन्हें सदन से माफी मांगनी चाहिए और इस्तीफा देना चाहिए।
गोयल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को पंजाब के लोगों के हितों की कोई परवाह नहीं है, बल्कि इसे हर समय राजनीति करने की ही आदत है।
उन्होंने बताया कि विपक्षी दल के नेता बीते कल माधोपुर हेडवर्क्स टूटने के एक महीने बाद वहां का दौरा करके आए हैं, लेकिन उन्होंने हेडवर्क्स का गेट खोलने समय शहीद हुए विभाग के कर्मचारियों के बारे में एक शब्द तक नहीं कहा और न ही उन 26 कर्मचारियों के बारे में कोई शब्द बोला, जो माधोपुर हेडवर्क्स में फंसे थे और उन्हें एयरलिफ्ट करना पड़ा।
उन्होंने कहा कि जो विपक्षी पार्टी के नेता गुरदासपुर के सक्की नाले की सफाई न होने का झूठा प्रचार कर रहे हैं, उनकी जानकारी के लिए मैं बताना चाहता हूं कि कुछ दिन पहले गुरदासपुर में लगे बाबा गुज्जर मेले के दौरान इलाके की 20 पंचायतों ने मुझे सम्मानित किया क्योंकि मैंने सक्की नाले की सफाई करवाई है।
बरिंदर गोयल ने कहा कि मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान की अगुवाई वाली पंजाब सरकार ने ड्रेनेज की सफाई के लिए जो कार्य किया, वह पिछले 70 सालों में नहीं हुआ।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार के अथक प्रयासों से टेलों पर पड़ते अंतिम गांवों तक नहरी पानी की पहुंच संभव हुई है। उन्होंने बताया कि 2022 से पहले प्रदेश के कृषि योग्य क्षेत्र में सिर्फ 21 प्रतिशत क्षेत्र में नहरी पानी उपलब्ध था, जिसे हमारी सरकार ने बढ़ाकर 64 प्रतिशत कर दिया और भविष्य में इसे 31 मार्च, 2026 तक 76 प्रतिशत करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि लोगों के खेतों को 38 से 40 साल बाद नहरी पानी मिला है, जिससे लोगों को बहुत राहत मिली है।
गोयल ने कहा कि पंजाब सरकार की इस पहल से जहां जमीन के नीचे पानी की बचत हुई है, वहां साथ ही डैमों से पानी के सही उपयोग में भी वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों की नालायकी के कारण ही हरियाणा हर साल अतिरिक्त पानी की मांग करता था।
उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को भी कड़े हाथों लिया और कहा कि भाजपा द्वारा पंजाब विधानसभा के बराबर अपना मौक सत्र चलाना इस महान सदन की तौहीन है, जिसे कभी भी बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
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