बोले, जब तक बाढ़ पीड़ित परिवार अपना रोजगार फिर से शुरू नहीं कर लेता, तब तक 'आप' सरकार और संगठन पीछे नहीं हटेगा
1988 के बाद यह सबसे भीषण बाढ़, 'आप' सरकार हर प्रभावित परिवार के साथ मजबूती से खड़ी है: केजरीवाल
कहा, खराब स्वास्थ्य के बावजूद सीएम मान राहत कार्यों में सक्रिय, पंजाब के लोग ही पहली प्राथमिकता
खबर खास, चंडीगढ़ :
आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज पंजाब के सुलतानपुर लोधी के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया, जहाँ विनाशकारी बाढ़ ने अभूतपूर्व तबाही मचाई है। मीडिया से बात करते हुए, केजरीवाल ने संकट की भयावहता, राहत और बचाव के लिए पंजाब सरकार के चौबीसों घंटे किए जा रहे प्रयासों पर प्रकाश डाला और केंद्र से तत्काल सहायता की अपील की। कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा और राज्यसभा सांसद संत बलबीर सिंह सीचेवाल भी 'आप' सुप्रीमो के साथ मौजूद थे।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इस साल की बाढ़ पंजाब के इतिहास की सबसे भीषण बाढ़ में से एक है, जिसकी तुलना केवल 37 साल पहले 1988 की बाढ़ से की जा सकती है। पूरे के पूरे गांव डूब गए हैं, जिससे घरों, फसलों और बुनियादी ढांचे का भारी नुकसान हुआ है। केजरीवाल ने लोगों की पीड़ा पर गहरी चिंता व्यक्त की और आश्वासन दिया कि पंजाब सरकार और आम आदमी पार्टी संकट की इस घड़ी में हर प्रभावित परिवार के साथ मजबूती से खड़ी है।
सरकार के जमीनी प्रयासों पर प्रकाश डालते हुए केजरीवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान से लेकर विधायक, डीसी, एसएसपी सहित सभी अधिकारी और 'आप' के कार्यकर्ता, पूरा पंजाब प्रशासन लोगों को बचाने और राहत प्रदान करने के लिए अथक रूप से काम कर रहा है। कोई भी कसर नहीं छोड़ी जा रही है।
केजरीवाल ने उल्लेख किया कि कुछ परिवार अपने घर छोड़ने को तैयार नहीं हैं, जबकि अन्य को बचाकर सुसज्जित राहत शिविरों में स्थानांतरित कर दिया गया है, जहां सरकार ने पर्याप्त भोजन, आश्रय और आवश्यक आपूर्तियों को सुनिश्चित किया है।
केजरीवाल ने पंजाब के लोगों के साहस और भावना की प्रशंसा करते हुए याद दिलाया कि जब भी देश को जरूरत पड़ी, पंजाब हमेशा सबसे आगे रहा है, चाहे वह भारत की सीमाओं की रक्षा करना हो या पूरे देश का पेट भरने के लिए हरित क्रांति का नेतृत्व करना हो।
केजरीवाल ने कहा कि आज भी पंजाबी निस्वार्थ भाव से एक-दूसरे की मदद कर रहे हैं। एक पंजाबी खुद से पहले अपने पड़ोसी की मदद करने की सोचता है। यही वह भावना है जो हमें इस संकट से उबरने में मदद करेगी।
अरविंद केजरीवाल ने बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत मान आज उनके साथ बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में आने वाले थे, लेकिन तीन-चार दिनों तक बिना उचित आराम या भोजन के लगातार बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद वे बीमार पड़ गए।
केजरीवाल ने कहा, "मैं आज सुबह उनसे मिला और उनसे दो दिन आराम करने का अनुरोध किया क्योंकि उनका स्वास्थ्य बिगड़ गया है। फिर भी, इस हालत में भी, उनकी एकमात्र चिंता यह थी कि पंजाब के लोगों को अधिकतम राहत कैसे प्रदान की जाए।"
केजरीवाल ने सूचित किया कि पंजाब सरकार ने हर प्रभावित गांव में राजपत्रित अधिकारियों को तैनात करने का फैसला किया है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि लोगों तक तत्काल राहत मौके पर ही पहुंचे। उन्होंने जोर देकर कहा कि पीड़ितों को सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए; मदद सीधे और तुरंत पहुंचाई जानी चाहिए।
केंद्र सरकार से पुरजोर अपील करते हुए केजरीवाल ने कहा कि जब अफगानिस्तान पर संकट आया, तो केंद्र ने वहां बड़े पैमाने पर राहत भेजी, जो एक अच्छी बात थी। लेकिन आज पंजाब भी एक गंभीर संकट का सामना कर रहा है। हम केंद्र से आग्रह करते हैं कि बिना किसी देरी के पंजाब को समर्थन दें।
केजरीवाल ने घोषणा की कि पानी उतरने के बाद, पंजाब सरकार बीमारियों के प्रसार को रोकने, टूटी सड़कों का पुनर्निर्माण करने, उन परिवारों को मुआवजा देने जिन्होंने अपने घर खो दिए हैं, और किसानों को क्षतिग्रस्त फसलों के लिए मुआवजा देने पर ध्यान केंद्रित करेगी।
केजरीवाल ने जोर देकर कहा कि हम पंजाब के लोगों को विश्वास दिलाते हैं कि हर संभव मदद दी जाएगी। यह राजनीति का समय नहीं है; यह सामूहिक मानवीय प्रयासों का समय है। उन्होंने देश भर के लोगों और संगठनों से इस जरूरत की घड़ी में आगे आकर पंजाब की मदद करने की अपील की।
अरविंद केजरीवाल ने दोहराया कि 'आप' सरकार हर प्रभावित परिवार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। उन्होंने कहा की हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। हर संभव संसाधन, 'आप' सरकार, हर प्रशासनिक विंग और हर 'आप' वालंटियर पंजाब को उबारने और पुनर्निर्माण में दिन रात काम कर रहे हैं।
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