पंजाब सरकार में कैबिनेट मंत्री, सूचना प्रौद्योगिकी तथा आम आदमी पार्टी के पंजाब प्रदेश प्रधान अमन अरोड़ा ने पहलगाम आतंकी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की और हमले में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने पीड़ित परिवारों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करते हुए इस अपूरणीय क्षति को साझा किया।
कहा, आतंकियों को उनके घरों में घुसकर मारने और पड़ोसी देश प्रायोजित हमलों को करारा जवाब देने की जरूरत
140 करोड़ नागरिकों की सुरक्षा के लिए देश को पूर्णकालिक गृह मंत्री की आवश्यकता
खबर खास, चंडीगढ़/होशियारपुर :
पंजाब सरकार में कैबिनेट मंत्री, सूचना प्रौद्योगिकी तथा आम आदमी पार्टी के पंजाब प्रदेश प्रधान अमन अरोड़ा ने पहलगाम आतंकी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की और हमले में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने पीड़ित परिवारों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करते हुए इस अपूरणीय क्षति को साझा किया।
स्थानीय श्री बड़े हनुमान जी मंदिर और श्री केशो मंदिर में मृतकों की स्मृति में प्रार्थना कर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कैबिनेट मंत्री ने ईश्वर से प्रार्थना की कि दिवंगत आत्माओं को शांति और परिजनों को यह गहरा दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
कैबिनेट मंत्री ने केंद्र सरकार से मांग की कि आतंकियों को उनके घरों में घुसकर मारा जाए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान प्रायोजित इस हमले और इसके षड्यंत्रकारियों का खात्मा समय की प्रमुख आवश्यकता है।
लोकसभा सांसद डॉ. राज कुमार चब्बेवाल, डिप्टी स्पीकर जय कृष्ण सिंह रौड़ी, विधायक जसवीर सिंह राजा गिल, विधायक कर्मबीर सिंह घुम्मण और अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ पहलगाम हमले के 26 मृतकों को याद करते हुए अमन अरोड़ा ने कहा कि यह देशवासियों के लिए अत्यंत दुखद और असहनीय घटना है। उन्होंने कहा कि समस्त देश इस दुख की घड़ी में पीड़ित परिवारों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है।
उन्होंने कहा कि आतंकियों और हमले के साजिशकर्ताओं को सबक सिखाने का वक्त आ गया है। उन्होंने कहा कि कश्मीर भ्रमण पर गए सैलानियों पर हुआ यह बर्बर हमला देश-विदेश में कड़ी निंदा का विषय बन गया है।
मंदिरों में मत्था टेकने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए अमन अरोड़ा ने एक सवाल के जवाब में कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस हमले के बारे में हमारी खुफिया एजेंसियों को पहले से कोई जानकारी नहीं थी और घाटी में पर्याप्त सुरक्षा बल तैनात नहीं थे।
उन्होंने कहा कि देश की सेना में 1,80,000 पद खाली पड़े हैं, जिन्हें सुरक्षा की दृष्टि से भरा जाना चाहिए ताकि देश और नागरिकों को आंतरिक व बाहरी खतरों से बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि सिर्फ बयानों से काम नहीं चलेगा, किसी न किसी को जिम्मेदारी लेनी ही होगी।
उन्होंने कहा कि मृतकों के परिजनों ने सवाल उठाए हैं कि हमले के बाद सुरक्षा बलों की त्वरित प्रतिक्रिया क्यों नहीं हुई, जबकि पर्यटकों की भारी भीड़ वाली जगह पर पहले से पर्याप्त बल तैनात होना चाहिए था। उन्होंने यह भी कहा कि देश को एक पूर्णकालिक गृह मंत्री की आवश्यकता है, क्योंकि मौजूदा गृह मंत्री जोड़ तोड़ की राजनीति में व्यस्त हैं। गृह मंत्री की जिम्मेदारी है कि देश की 140 करोड़ आबादी की सुरक्षा सुनिश्चित करें।
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