दो दिवसीय बैठक में ग्रीन कैंपस और रोजगारोन्मुखी शिक्षा पर हुई चर्चा
दो दिवसीय बैठक में ग्रीन कैंपस और रोजगारोन्मुखी शिक्षा पर हुई चर्चा
खबर खास, चंडीगढ़ :
हरियाणा के राज्यपाल प्रोफेसर असीम कुमार घोष ने कहा कि हरियाणा देश में खेलों के क्षेत्र में अपनी उत्कृष्ट पहचान रखता है। विश्वविद्यालय परिसरों में आधुनिक खेल सुविधाएं विकसित करना और छात्रों को खेलों के प्रति प्रोत्साहित करना समय की मांग है। उन्होंने यह भी कहा कि विश्वविद्यालयों को अपने विद्यार्थियों और कर्मचारियों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का प्रावधान करना चाहिए।
आज यहां हरियाणा के विश्वविद्यालयों में शिक्षा, कौशल, खेल, स्वास्थ्य और पर्यावरण जैसे क्षेत्रों में नए आयाम जोड़ने के उद्देश्य से हरियाणा राजभवन में राज्य के सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों और कुलसचिवों की दो दिवसीय बैठक आयोजित की गई।
बैठक की अध्यक्षता राज्यपाल प्रोफेसर असीम कुमार घोष ने की। इस अवसर पर शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा भी शामिल हुए।
इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि आज के सत्र से विश्वविद्यालयों को शिक्षा, कौशल, खेल, स्वास्थ्य और पर्यावरण जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में नए दृष्टिकोण और दिशा प्राप्त हुई है। उन्होंने विश्वविद्यालयों में सौर ऊर्जा परियोजनाओं को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि हरियाणा की सभी विश्वविद्यालयों को ग्रीन कैंपस बनाने के प्रयास करने चाहिए, ताकि स्वच्छ ऊर्जा और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में भी विश्वविद्यालय एक आदर्श स्थापित कर सकें।
कौशल और रोजगार के अवसर बढ़ाने पर बल देते हुए राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालयों में कौशल विकास और रोजगारोन्मुखी कार्यक्रम चलाए जाएँ, ताकि छात्र न केवल डिग्री प्राप्त करें बल्कि रोजगार और उद्यमिता के लिए भी सक्षम बनें।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के पास उपलब्ध संसाधनों का सर्वोत्तम उपयोग कर विश्वविद्यालयों के विकास को और भी प्रभावी बनाया जा सकता है। राज्यपाल ने आश्वस्त किया कि विश्वविद्यालयों के उत्थान और कल्याण के लिए राज्य सरकार का पूरा सहयोग मिलेगा। उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि हरियाणा के विश्वविद्यालय भविष्य में नई ऊंचाइयों को छुएंगे और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, अनुसंधान एवं नवाचार के क्षेत्र में मिसाल कायम करेंगे।
इस बैठक में उच्च शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव विनीत गर्ग ने भी अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों को छात्रों के कौशल विकास और रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण पर विशेष ध्यान देना चाहिए। इसके लिए इंडस्ट्रीज के साथ साझेदारी करके छात्रों को प्रैक्टिकल ट्रेनिंग और इंटर्नशिप के अवसर प्रदान किए जाएँ। उन्होंने विभागों के बीच बेहतर समन्वय और स्किल डेवलपमेंट कार्यक्रमों को प्रभावी ढंग से लागू करने की भी आवश्यकता पर बल दिया। गर्ग ने यह भी कहा कि लाइब्रेरी सुविधाओं, सुरक्षा प्रबंधों और ड्रग-फ्री परिसरों के महत्व पर ध्यान देना आवश्यक है।
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