हरियाणा के शहरी स्थानीय निकाय मंत्री विपुल गोयल ने बताया कि हरियाणा में नगर पालिकाओं द्वारा नई गौशालाओं की स्थापना, गौशालाओं को वित्तीय सहायता में वृद्धि, चारे की व्यवस्था बेसहारा पशुओं का टीकाकरण और नसबंदी तथा ऐसे पशुओं के लिए चिकित्सा सुविधा का प्रावधान जैसे विभिन्न कदम उठाए जा रहे हैं।
गोकूल सेतिया के प्रश्न का जवाब देते हुए शहरी निकाय मंत्री ने कहा
खबर खास, चंडीगढ़ :
हरियाणा के शहरी स्थानीय निकाय मंत्री विपुल गोयल ने बताया कि हरियाणा में नगर पालिकाओं द्वारा नई गौशालाओं की स्थापना, गौशालाओं को वित्तीय सहायता में वृद्धि, चारे की व्यवस्था बेसहारा पशुओं का टीकाकरण और नसबंदी तथा ऐसे पशुओं के लिए चिकित्सा सुविधा का प्रावधान जैसे विभिन्न कदम उठाए जा रहे हैं।
गोयल आज हरियाणा विधानसभा के चल रहे बजट सत्र के दौरान सिरसा के विधायक श्री गोकुल सेतिया द्वारा पूछे गए प्रश्न का जवाब दे रहे थे।
उन्होंने बताया कि गौशालाओं को आवारा पशुओं के पुनर्वास के लिए प्रोत्साहित करने हेतु, राज्य सरकार द्वारा प्रत्येक जिले में विशेष गौ रक्षा टास्क फोर्स तथा एक राज्य स्तरीय विशेष गौ रक्षा टास्क फोर्स का गठन किया गया है।
उन्होंने सदन को इस बात से भी अवगत करवाया कि जिला सिरसा में बेसहारा पशुओं पर नियंत्रण के लिए हरियाणा नगरपालिका उप नियम वर्ष 2005 व 2007 में प्रकाशित किए गए थे। इसके अतिरिक्त, राज्य में पशु जन्म नियंत्रण (कुत्ते) नियम, रेबीज को नियंत्रित करने, आवारा कुत्तों की आबादी तथा पशु जन्म नियंत्रण की समीक्षा, समन्वय और निगरानी करने के लिए वर्ष 2023 में अधिसूचित किए गए थे।
गोयल ने सदन को इस बात से भी अवगत करवाया कि सरकार ने आवारा और बेसहारा पशुओं को नियंत्रित के लिए राज्य में कुल 683 गौशालायें हैं। इनमें से 1,73,501 पशुओं की कुल क्षमता वाली 185 गौशालायें पालिका सीमा के भीतर हैं। इसके अतिरिक्त, पालिकाओं को उनकी जरूरत के अनुरूप नई गौशालायें स्थापित करने हेतु निर्देशित किया गया है।
उन्होंने बताया कि जनवरी, 2024 से मार्च, 2025 तक कुल 56,615 आवारा पशुओं को गौशालाओं से स्थानान्तरित करके उनका पुनर्वास किया गया है। 25,325 कुतों की नसबंदी तथा 41,152 बन्दरों को वन क्षेत्रों में छोड़ा गया है।गौशालायें को मजबूत बनाने के उद्देश्य से सरकार द्वारा पशुपालन एवं डेयरी विभाग, हरियाणा के माध्यम से गौशालायें को चारा अनुदान दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री, हरियाणा की चारा अनुदान घोषणा के मद्देनजर इस वित्त वर्ष में अब तक राज्य में अनुमानित 163.00 करोड़ रुपये का अनुदान गौशालाओं को जारी किया गया है।
उन्होंने बताया कि सिरसा शहर में पांच गौशालाएं नंदी शाला (केलनिया), श्री राधा कृष्ण गौ सेवा सदन (रामनगरिया), श्री गौशाला (सिरसा), चौ. देवीलाल गौशाला और श्री श्याम गौ रक्षा दल (सिरसा) बेसहारा पशुओं का प्रबंधन कर रही हैं। इनका संचालन गैर सरकारी संगठनों और विभिन्न समितियों द्वारा किया जा रहा है। जनवरी, 2024 से 7 मार्च, 2025 तक 1644 आवारा पशुओं को इन गौशालाओं में स्थानांतरित किया जा चुका है, जबकि 856 मवेशियों को अभी स्थानांतरित किया जाना है। कुल 1644 मवेशियों को टैग किया गया है और चारा अनुदान के रूप में 24 लाख रुपये जारी किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा 8.00 करोड़ रुपये की लागत से जिला पानीपत के गांव नैन तथा जिला हिसार के गांव ढंढूर में 5,000 पशुओं की क्षमता वाले दो गौ अभ्यारण स्थापित किये गये हैं। इन अभ्यारणों में अब तक लगभग 6,000 आवारा पशुओं का पुनर्वास किया जा चुका है। सरकार द्वारा नागरिकों को सड़क गलियों में अपने पशुओं को खुले में घुमाने से रोकने हेतु कदम उठाये जा रहे हैं। पालिकाओं द्वारा इस संबंध में जनवरी, 2024 से मार्च, 2025 तक 34.63 लाख रुपये का जुर्माना वसूला गया है।
Comments 0