धुंध का फायदा उठाकर दो आरोपी प्वाइंट .30 बोर का एक पिस्तौल और .32 बोर का एक पिस्तौल छोड़कर भागे, दोनों हथियार पुलिस ने किए बरामद: डीआईजी
धुंध का फायदा उठाकर दो आरोपी प्वाइंट .30 बोर का एक पिस्तौल और .32 बोर का एक पिस्तौल छोड़कर भागे, दोनों हथियार पुलिस ने किए बरामद: डीआईजी
खबर खास, चंडीगढ़/फिरोजपुर:
पंजाब पुलिस द्वारा बड़ी सफलता हासिल करते हुए नवीन अरोड़ा हत्या केस के मुख्य आरोपी, जिसकी पहचान बस्ती भट्टियां निवासी बादल के रूप में हुई है, को आज गांव महामुजोहीआ में पुलिस पार्टी और उसके साथियों के बीच हुई गोलीबारी के दौरान ढेर कर दिया गया है।
डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीआईजी) फिरोज़पुर रेंज हरमनबीर सिंह गिल ने बताया कि फिरोज़पुर पुलिस ने बुधवार को संदिग्ध बादल को गिरफ़्तार किया था और पूछताछ के दौरान उसने अपने दो साथियों राजू और सोनू के बारे में जानकारी दी। दोनों उसे गुरुवार सुबह करीब 5 बजे गांव महामुजोहीआ के टोल प्लाज़ा के पास स्थित श्मशानघाट से फरार करवाकर राजस्थान ले जाने वाले थे। बादल ने यह भी दावा किया था कि उसने वहीं हथियार छिपाए थे।
उन्होंने बताया कि बादल के खुलासे पर पुलिस टीम उसे श्मशानघाट लेकर जा रही थी, जहां उसके दोनों साथी छिपे हुए थे। पुलिस पार्टी को देखते ही उन्होंने बादल को छुड़ाने के इरादे से पुलिसकर्मियों पर गोलियां चला दीं। उन्होंने बताया कि पुलिस ने भी आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई की। जवाबी कार्रवाई के दौरान आरोपी बादल गोली लगने से घायल हो गया। इलाज के लिए उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
जानकारी अनुसार, फिरोज़पुर पुलिस ने नवीन अरोड़ा की हत्या के संबंध में पहले ही तीन मुलज़िमों— हर्ष, कनव और गुरसिमरन सिंह उर्फ़ जतिन उर्फ़ काली— को गिरफ़्तार कर लिया है। ये सभी आरोपी फिरोज़पुर की बस्ती भट्टियां के रहने वाले हैं। उल्लेखनीय है कि 15 नवंबर 2025 को नवीन अरोड़ा की अज्ञात व्यक्तियों द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
इसी संबंध में और जानकारी देते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) फिरोज़पुर भूपिंदर सिंह ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए हत्या के तुरंत बाद आरोपियों का पता लगाने के लिए विशेष टीमें बनाई गई थीं। तकनीकी व मानव खुफिया जानकारी, सीसीटीवी फुटेज और गवाहों के बयानों के आधार पर पुलिस टीमों ने हत्या में शामिल संदिग्धों की पहचान करने में सफलता प्राप्त की।
उन्होंने बताया कि गोलीबारी के दौरान हेड कांस्टेबल बलौर सिंह भी घायल हो गया और एक गोली कांस्टेबल गुरमीत सिंह की बुलेटप्रूफ जैकेट में लगी। उन्होंने आगे बताया कि घनी धुंध और अंधेरे का फायदा उठाते हुए दो अज्ञात हमलावर भागने में सफल हो गए। एसएसपी ने बताया कि मामले की हर पहलू से जांच की जा रही है और टीमें शेष मुलज़िमों की तलाश के लिए छापेमारी कर रही हैं।
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