सैनिक पहरेदार बनकर देश की सीमाओं की रक्षा करते हैं तो जनता चैन की नींद सोती है, और इन सीमाओं के रक्षकों के कारण ही आज हम आजाद फिजा में सुख की सांस ले रहे हैं। आज मुझे जिला पठानकोट से लगती हिंद-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमाओं का दौरा करने का मौका मिला और मैं इनसे विशेष तौर पर मिलने पहुंचा हूं।