मोहाली के निजी अस्पताल में ली अंतिम सांस, शनिवार 23 अगस्त को होगा अंतिम संस्कार
मोहाली के निजी अस्पताल में ली अंतिम सांस, शनिवार 23 अगस्त को होगा अंतिम संस्कार
खबर खास, चंडीगढ़ :
बॉलीवुड के विख्यात कलाकार राजकपूर की फिल्म मेरा नाम जोकर में एक गीत है 'कल खेल में हम हो न हो, गर्दिश में तारे रहेंगे सदा, यह मेरा गीत जीवन संगीत कल भी कोई दोहराएगा, जग को हंसाने बहरूपिया रूप बदलकर फिर आएगा।' कुछ यूं ही याद किया जाएगा पंजाब के विख्यात कॉमेडी किंग जसविंदर भल्ला को। बीते रोज शुक्रवार उनका मोहाली में निधन हो गया। 20 अगस्त को ब्रेन स्ट्रोक के चलते उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। आज यानि शुक्रवार सुबह चार बजे के करीब उन्होंने आखिरी सांस ली।
परिवार के मुताबिक उनका अंतिम संस्कार मोहाली में 23 अगस्त दोपहर एक बजे किया जाएगा। उनकी बेटी विदेश में है और अब वह लौट रहीं हैं। उनके निधन पर पंजाब के सीएम भगवंत मान समेत कई शख्सियतों ने दुख जताया है।
जसविंदर भल्ला का जन्म चार मई 1960 को लुधियाना के दोराहा में हुआ था। उन्होंने कॉमेडियन के तौर पर अपने करियर की शुरूआत 1988 में छणकाटा 88 से की थी। पंजाब कृषि विश्वविद्यालय में प्रोफेसर रहे जसविंदर भल्ला विवि के ब्रांड एंबेसडर रहे और अपने कार्यकाल में उन्हेांने विवि की तकनीकों और साहित्य को किसानों तक पहुंचाने में अहम योगदान दिया।
जसविंदर भल्ला के परिवार के अलावा किसी को उनके जाने का सबसे बड़ा धक्का लगा है तो वह उनके दोस्त बाल मुकुंद शर्मा। छणकाटा सीरिज में उनके साथ रहे बाल मुकंद के मुताबिक यह घाटा कभी पूरा नहीं हो सकता।
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