हरियाणा ने एसजीएसटी (राज्य माल एवं सेवा कर) संग्रह के मामले में राष्ट्रीय वृद्धि दर को पीछे छोड़ते हुए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है और वित्तीय वर्ष 2024-25 में प्रभावशाली रिकॉर्ड स्थापित किए हैं।