हरियाणा ने एसजीएसटी (राज्य माल एवं सेवा कर) संग्रह के मामले में राष्ट्रीय वृद्धि दर को पीछे छोड़ते हुए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है और वित्तीय वर्ष 2024-25 में प्रभावशाली रिकॉर्ड स्थापित किए हैं।
हरियाणा ने एसजीएसटी (राज्य माल एवं सेवा कर) संग्रह के मामले में राष्ट्रीय वृद्धि दर को पीछे छोड़ते हुए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है और वित्तीय वर्ष 2024-25 में प्रभावशाली रिकॉर्ड स्थापित किए हैं।
आबकारी एवं कराधान विभाग, हरियाणा ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए जीएसटी राजस्व लक्ष्य से 1,655 करोड़ रुपये ज्यादा संग्रह किया
मार्च 2025 के लिए जीएसटी वृद्धि में हरियाणा प्रमुख राज्यों में छठे स्थान पर
हरियाणा आबकारी एवं कराधान विभाग ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए समग्र राजस्व लक्ष्य से ज्यादा किया अर्जित
खबर खास, चंडीगढ़ :
हरियाणा ने एसजीएसटी (राज्य माल एवं सेवा कर) संग्रह के मामले में राष्ट्रीय वृद्धि दर को पीछे छोड़ते हुए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है और वित्तीय वर्ष 2024-25 में प्रभावशाली रिकॉर्ड स्थापित किए हैं।
आबकारी एवं कराधान आयुक्त विनय प्रताप सिंह ने विवरण साझा करते हुए कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 में एसजीएसटी के लिए 37,498 करोड़ रुपये के बजट लक्ष्य के विरुद्ध, आबकारी एवं कराधान विभाग ने लक्ष्य से 1,655 करोड़ रुपये अधिक यानि 39,153 करोड़ रुपये संग्रह किए हैं। यह उपलब्धि एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, क्योंकि राज्य ने वित्तीय वर्ष के लिए अपने एसजीएसटी राजस्व लक्ष्य को पार कर लिया है।
विनय प्रताप सिंह ने इस बात पर जोर दिया कि हरियाणा ने जीएसटी संग्रह में उल्लेखनीय प्रदर्शन किया है, राष्ट्रीय वृद्धि औसत दर को पार किया है और वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए महत्वपूर्ण रिकॉर्ड स्थापित किए हैं। यह उपलब्धियाँ राज्य की मजबूत आर्थिक वृद्धि और कुशल कर प्रबंधन का प्रमाण हैं।
उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि मार्च 2025 के लिए हरियाणा का कुल सकल जीएसटी संग्रह 10,648 करोड़ रुपये है, जो मार्च 2024 की तुलना में 12 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। मार्च 2025 के लिए राष्ट्रीय औसत वृद्धि दर 8.79 प्रतिशत है, जिससे हरियाणा प्रमुख राज्यों में वृद्धि प्रतिशत में 6वें स्थान पर है। इसके अतिरिक्त, वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए, हरियाणा का कुल सकल जीएसटी संग्रह 1,19,362 करोड़ रुपये है, जो वित्तीय वर्ष 2023-24 की तुलना में 16 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि दर्शाता है। यह सभी राज्यों में सबसे अधिक वृद्धि दर है, जो राष्ट्रीय औसत 10 प्रतिशत से अधिक है।
वित्त वर्ष 2024-25 में हरियाणा एसजीएसटी संग्रह (प्री-आईजीएसटी निपटान) में 15 प्रतिशत की वृद्धि
वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए हरियाणा का एसजीएसटी संग्रह (प्री-आईजीएसटी निपटान) 23,285 करोड़ रुपये है, जो वित्तीय वर्ष 2023-24 की तुलना में 15 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। यह प्रमुख राज्यों में दूसरी सबसे अधिक वृद्धि दर है, जबकि राष्ट्रीय औसत वृद्धि दर 10 प्रतिशत है।
आईजीएसटी निपटान के बाद, वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए हरियाणा का एसजीएसटी संग्रह कुल 39,743 करोड़ रुपये है, जो पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 14 प्रतिशत अधिक है। इस श्रेणी में राष्ट्रीय वृद्धि औसत दर 11 प्रतिशत है।
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