पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज नव-नियुक्त युवाओं से भ्रष्टाचार और नशे के दोहरे खतरे के खिलाफ राज्य सरकार के युद्ध में अग्रिम पंक्ति के सिपाही बनने का आह्वान किया।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज नव-नियुक्त युवाओं से भ्रष्टाचार और नशे के दोहरे खतरे के खिलाफ राज्य सरकार के युद्ध में अग्रिम पंक्ति के सिपाही बनने का आह्वान किया।
कहा, राज्य सरकार ने युवाओं को लगभग 55,000 सरकारी नौकरियाँ देकर प्रवासन के रुझान को पलटा
पिछली सरकारों के हाथ आम आदमी के खून से रंगे हैं: मान
खबर खास, चंडीगढ़ :
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज नव-नियुक्त युवाओं से भ्रष्टाचार और नशे के दोहरे खतरे के खिलाफ राज्य सरकार के युद्ध में अग्रिम पंक्ति के सिपाही बनने का आह्वान किया।
यहाँ 450 युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपने के अवसर पर एक जन सभा को संबोधित करते हुए, मुख्यमंत्री ने कहा कि ये नव-नियुक्त युवा अब राज्य सरकार का अभिन्न अंग बन गए हैं। उन्होंने कहा कि इन युवाओं की यह जिम्मेदारी बनती है कि वे नशे और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में दिल से योगदान दें। मान ने इस बात पर जोर दिया कि राज्य के युवाओं की भलाई के लिए 'युद्ध नशों खिलाफ' मुहिम शुरू की गई है और राज्य के हर नागरिक की नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि वे इन अभियानों की सफलता में सरकार का साथ दें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने पिछले तीन सालों में युवाओं को 54,142 नौकरियाँ प्रदान की हैं। उन्होंने कहा कि नव-नियुक्त युवाओं के लिए आज का दिन बहुत ही महत्वपूर्ण है, जिन्होंने आवास निर्माण, कृषि, जल संसाधन, खेल और युवा सेवाएँ, स्थानीय निकाय, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, स्कूली शिक्षा, जल आपूर्ति और स्वच्छता, उत्पाद शुल्क और कराधान, वित्त और पर्यटन विभागों में नौकरी हासिल की है। भगवंत सिंह मान ने जोर देकर कहा कि राज्य सरकार ने एक पारदर्शी और योग्यता-आधारित प्रक्रिया के माध्यम से 54,000 से अधिक सरकारी नौकरियाँ प्रदान करके एक मील का पत्थर स्थापित किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पारंपरिक राजनीतिक पार्टियों के हाथ खून से रंगे हैं, जिन्होंने अपने शासनकाल के दौरान राज्य के खजाने को लूटने और इसे बर्बाद करने के अलावा और कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों के दौरान डोनेशन, प्रीमियम और कई अन्य तरीकों से भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया गया। भगवंत सिंह मान ने आगे कहा कि इसके विपरीत, उनकी सरकार ने भ्रष्टाचार के हर तरीके को खत्म करने और लोगों को नागरिक-केंद्रित सेवाएँ सुनिश्चित करने के लिए निर्णायक कदम उठाए हैं।
मुख्यमंत्री ने व्यंग्य कसते हुए कहा कि आजादी के बाद सत्ता संभालने वालों ने औपनिवेशिक शासकों से भी अधिक क्रूरता से देश को लूटा। उन्होंने कहा कि हमारे शहीदों का यह देखकर दिल दुखता होगा कि जिन ताकतों को उन्होंने आजादी के संघर्ष के दौरान देश से बाहर निकाला, अब पंजाब के युवा उनके देशों में जाकर बसने के लिए कतारें बांधे खड़े हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बहुत गर्व और संतोष की बात है कि 'आप' सरकार द्वारा 55,000 युवाओं को पारदर्शी ढंग से योग्यता के आधार पर नौकरियाँ दी गई हैं। उन्होंने कहा कि इस पहल का उद्देश्य युवाओं को राज्य में ही रोजगार देकर उनके प्रवासन के रुझान को पलटना है।
मान ने कहा कि इस रोजगार अभियान ने युवाओं में नकारात्मकता को दूर करने में मदद की है, जिसके परिणामस्वरूप बहुत से लोग विदेश जाने की अपनी योजनाओं को बदलकर देश में ही रहकर नौकरी करने का मन बना रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने सवाल किया कि पिछले 75 सालों के दौरान ऐसे कदम क्यों नहीं उठाए गए। उन्होंने आगे कहा कि पिछली सरकारें ऐसी पहलों में असफल रहीं और उन्होंने सिस्टम को बिगड़ने दिया, जिसके कारण युवाओं को अवसरों की तलाश में मजबूरन देश से बाहर जाने का रास्ता चुनना पड़ा। उन्होंने आगे कहा कि पंजाब देश का अन्नदाता होने के साथ-साथ भारत की खड़ग भुजा भी रहा है। भगवंत सिंह मान ने आगे कहा कि पंजाबवासी वैश्विक स्तर पर अपनी हिम्मत, लचीलेपन और उद्यमी भावना के लिए जाने जाते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब महान गुरुओं, संतों, फकीरों और शहीदों की धरती है, जिन्होंने हमें अन्याय और जुल्म के खिलाफ खड़े होना सिखाया। उन्होंने कहा कि पंजाब की सांस्कृतिक समृद्धि और मेहमाननवाजी बेमिसाल है और यहाँ के लोगों में नेतृत्व के बेमिसाल गुण हैं। अब जब ये युवा सरकार का हिस्सा बन गए हैं, तो भगवंत सिंह मान ने उनसे मिशनरी जोश के साथ जनता की सेवा करने की अपील की।
मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि वे अपने पदों का उपयोग गरीबों की सहायता के लिए करेंगे और समाज के सभी वर्गों की भलाई सुनिश्चित करेंगे। मुख्यमंत्री ने युवाओं को समाज में अपनी अलग पहचान बनाने के लिए प्रेरित किया। अंत में, भगवंत सिंह मान ने युवाओं से सफलता प्राप्त करने के बाद भी अपनी जड़ों से जुड़े रहने और कड़ी मेहनत में विश्वास रखने के लिए कहा, जो सफलता की एकमात्र कुंजी है। मुख्यमंत्री ने युवाओं को पंजाब में रहने के लिए उत्साहित किया, जहाँ विकास और खुशहाली के अथाह अवसर युवाओं का इंतजार कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने राज्य के विकास को नई ऊँचाइयों पर ले जाने और लोगों की खुशहाली सुनिश्चित करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार समाज के हर वर्ग की भलाई के लिए प्रतिबद्ध है और इसके लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जाएगी। भगवंत सिंह मान ने युवाओं को बधाई दी और उम्मीद जताई कि वे अपनी ड्यूटी प्रतिबद्धता और मिशनरी जोश के साथ निभाएंगे।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां, बर्रिंदर गोयल, डॉ. रवजोत सिंह और अन्य भी उपस्थित थे।
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