पंजाब मंडी बोर्ड के चेयरमैन हरचंद सिंह बरसट की ओर से पंजाब के मंडीकरण सिस्टम के लिए किए जा रहे मिसाल योग्य कार्यों के चलते उन्हें नेशनल काउंसिल ऑफ स्टेट एग्रीकल्चरल मार्किटिंग बोर्ड (कौसांब), नई दिल्ली का चेयरमैन नियुक्त किया गया है।
पंजाब मंडी बोर्ड के चेयरमैन हरचंद सिंह बरसट की ओर से पंजाब के मंडीकरण सिस्टम के लिए किए जा रहे मिसाल योग्य कार्यों के चलते उन्हें नेशनल काउंसिल ऑफ स्टेट एग्रीकल्चरल मार्किटिंग बोर्ड (कौसांब), नई दिल्ली का चेयरमैन नियुक्त किया गया है।
नेशनल काउंसिल आफ स्टेट एग्रीकल्चरल माक्रिटिंग बोर्ड (कौसांब) के मैनेजिंग डायरेक्टर ने की घोषणा
पूरे भारत में मंडीकरण सिस्टम को अपग्रेड करके हर वर्ग के फायदे के लिये करेंगे कार्य – बरसट
खबर खास, चंडीगढ़ :
पंजाब मंडी बोर्ड के चेयरमैन हरचंद सिंह बरसट की ओर से पंजाब के मंडीकरण सिस्टम के लिए किए जा रहे मिसाल योग्य कार्यों के चलते उन्हें नेशनल काउंसिल ऑफ स्टेट एग्रीकल्चरल मार्किटिंग बोर्ड (कौसांब), नई दिल्ली का चेयरमैन नियुक्त किया गया है। इसकी घोषणा आज कौसांब के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. जे. एस. यादव की ओर से किसान भवन में आयोजित समारोह के दौरान की गई।
बरसट कौसांब के 21वें चेयरमैन बने हैं। इस दौरान आदित्य देवीलाल चौटाला, विधायक डबवाली, हरियाणा और पूर्व चेयरमैन कौसांब की ओर से बरसट को रस्मी तौर पर कौसांब की बागडोर सौंपी गई। इस मौके पर स. बरसट ने डॉ. जे. एस. यादव समेत कौसांब के सभी अधिकारियों का धन्यवाद किया और भरोसा दिलाया कि जो जिम्मेदारी उन्हें सौंपी गई है, वे पूरी लगन से निभाएंगे।
बरसट ने कहा कि किसान विभिन्न प्रकार की फसलों की पैदावार करके सभी का पेट भरते हैं, इसलिए उन्हें अन्नदाता कहा जाता है। किसानों द्वारा विभिन्न प्रकार की सब्जियां, फल और अनाज की पैदावार की जाती है। किसान की उपज से लेकर फसल के मंडी में आने और उपभोक्ता के घर तक पहुंचाने का काम साफ तरीके से होना बहुत जरूरी है। हम भारत में मंडीकरण सिस्टम को अपग्रेड करके अच्छे तरीके से चलाएंगे, तांकि किसानों, आढ़तियों, मजदूरों, व्यापारियों सहित सभी वर्गों को इसका लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि पूरे भारत में मंडी सिस्टम को आधुनिक तकनीकों के माध्यम से इम्प्रूव करके लोगों के भले के लिए कार्य करने के लिये नए प्रयास किए जाएंगे, इसके लिए हम सभी एकजुट होकर काम करेंगे, तांकि इसका हर वर्ग को लाभ मिल सके।
उन्होंने कहा कि कृषि उत्पादों के बेहतर मंडीकरण के लिए आज के समय में राज्यों का आपसी तालमेल जरूरी है। क्योंकि कई कृषि उत्पाद ऐसे हैं, जो एक राज्य में बहुत मात्रा में पैदा होते हैं, जबकि दूसरे राज्यों में ना मात्र होते हैं। जैसे कि पंजाब का किन्नू, आलू, मटर आदि देश के विभिन्न राज्यों में जाते हैं। इसलिए अन्य राज्यों में इन उत्पादों के अधिक मूल्य प्राप्त हो सकते हैं। कौसांब की ओर से ऐसे उपाय किए जाएंगे कि विभिन्न राज्यों में ऐसा सिस्टम विकसित किया जाए, जिससे पंजाब का किसान सीधे तौर पर अन्य राज्यों में अपनी फसल बेच सके। इसके साथ ही आर्गेनिक उत्पादों के मंडीकरण पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा।
उन्होंने आगे कहा कि खेती के लिए कम हो रही जमीन और गिरता जलस्तर चिंता का विषय है। कौसांब के साथ मिलकर बंजर जमीन को उपजाऊ बनाने और जलस्तर को ठीक रखने के संबंध में कार्य किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर एग्रीकल्चरल मार्किटिंग पालिसी बनाने पर विचार किया जा रहा है। इसके अलावा एक कमेटी का गठन किया जाएगा, जिसमें खेतीबाड़ी मंडीकरण से जुड़ी विभिन्न प्रतिष्ठित हस्तियों को शामिल किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पंजाब मंडी बोर्ड की ओर से राज्य में खेतीबाड़ी उत्पादों की खरीद/बिक्री को रेगूलेट किया जाता है और खेतीबाड़ी का आधुनिक मंडीकरण सिस्टम तैयार किया गया है, जिसमें 156 मार्केट कमेटियों के अधीन लगभग 1900 पक्की मंडियां हैं और सीजन के दौरान किसानों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए लगभग 2000 टेंपरेरी खरीद केंद्र भी खोले जाते हैं, ताकि किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए दूर न जाना पड़े। किसानों की उपज सही तरीके से मंडियों में पहुंचे, इसके लिए मंडी बोर्ड द्वारा लगभग 64000 किलोमीटर लंबाई की सड़कें राज्य में स्थापित हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को उनकी फसल का सही मूल्य दिलाने के लिए मंडियों में खुली बोली करवाई जाती है। किसानों को उनकी फसलों का भुगतान भी सीधे उनके बैंक खातों में ही किया जा रहा है।
चौटाला ने बरसट को कौसांब का चेयरमैन बनने पर बधाई दी और कहा कि बरसट द्वारा उनके कार्यकाल के दौरान पंजाब में मंडीकरण सिस्टम को बेहतर बनाने के लिए किए गए कार्य सराहनीय हैं।
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