‘‘ऊर्जा दक्षता के लिए निवेश बाज़ार’’ विषय पर आयोजित कॉन्फ्रेंस में प्रमुख हितधारकों ने इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देने पर चर्चा की
‘‘ऊर्जा दक्षता के लिए निवेश बाज़ार’’ विषय पर आयोजित कॉन्फ्रेंस में प्रमुख हितधारकों ने इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देने पर चर्चा की
खबर खास, चंडीगढ़ :
पंजाब ऊर्जा विकास एजेंसी (पेडा) ने आज पंजाब के उद्योगों और एम.एस.एम.ई. में ऊर्जा कुशल परियोजनाओं के लिए निवेश के अवसरों की खोज को लेकर ‘‘ऊर्जा दक्षता के लिए निवेश बाज़ार’’ विषय पर एक दिवसीय कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया। इस कार्यक्रम के दौरान उद्योगों, वित्तीय संस्थानों, बैंकों, मनोनीत उपभोक्ताओं, एम.एस.एम.ई. और उपकरण निर्माताओं सहित प्रमुख भागीदारों द्वारा इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए विचार-विमर्श किया गया।
यहां किसान भवन में कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, पेडा की मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सी.ई.ओ.) नीलिमा ने राज्य के उद्योगों और एम.एस.एम.ई. में ऊर्जा दक्षता और नई तथा नवीनताकारी ऊर्जा कुशल तकनीकों को लागू करने के महत्व पर ज़ोर दिया। उन्होंने उद्योगों और एम.एस.एम.ई. में निवेश की संभावनाओं पर भी ध्यान केंद्रित किया जिससे राज्य स्तर पर बुनियादी ढांचे का विस्तार किया जा सकता है। साथ ही, उन्होंने उद्योग, परिवहन, भवन और कृषि क्षेत्र की गतिशीलता पर भी बल दिया, जो नए अवसर पैदा कर रहे हैं।
उन्होंने उद्योगों और एम.एस.एम.ई. में ऊर्जा कुशल परियोजनाओं को लागू करने के लिए परियोजना लागू करने वालों और फंडिंग एजेंसियों के बीच संचार और ज्ञान की खाई को पाटने की आवश्यकता पर रौशनी डाली।
राज्यव्यापी ऊर्जा दक्षता परियोजनाओं में आर्थिक विकास और वित्तीय सहायता को प्रोत्साहित करने के संदर्भ में उद्योगों और एम.एस.एम.ई. की भूमिका को उजागर करते हुए श्रीमती नीलिमा ने कहा कि नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत मंत्री श्री अमन अरोड़ा के नेतृत्व में राज्य स्वच्छ ऊर्जा समाधानों पर ध्यान केंद्रित कर ऊर्जा परिवर्तन में देश का नेतृत्व किया जा रहा है और इस कॉन्फ्रेंस का उद्देश्य ऊर्जा दक्षता को और अधिक बाज़ारोन्मुख बनाना है। कॉन्फ्रेंस के दौरान उद्योगों और एम.एस.एम.ई. भागीदारों द्वारा बड़े स्तर पर अपनाए जाने योग्य सफल ऊर्जा दक्ष परियोजनाएँ भी प्रस्तुत की गईं।
भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय के ब्यूरो ऑफ़ एनर्जी एफिशिएंसी (बी.ई.ई.) के निदेशक श्री श्याम सुंदर ने ऊर्जा दक्षता के महत्व पर बल दिया और बी.ई.ई. द्वारा उद्योगों के लिए प्रस्तुत की जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी साझा की, जिसमें ए.डी.ई.ई.टी.आई.ई. (उद्योगों और संस्थानों में ऊर्जा दक्ष तकनीकों को लागू करने संबंधी सहायता) योजना पर विशेष ध्यान दिया गया।
इस कॉन्फ्रेंस में पेडा के वरिष्ठ अधिकारी तथा उद्योगों, एम.एस.एम.ई., वित्तीय संस्थाओं/बैंकों, एस.आई.डी.बी.आई., यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, यूको बैंक, आई.सी.आई.सी.आई. बैंक, एच.डी.एफ.सी. बैंक और उपकरण निर्माताओं के प्रतिनिधि भी शामिल हुए।
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