* हरभजन ईटीओ ने धान के सीजन के लिए बिजली की निर्विघ्न आपूर्ति के शेड्यूल का ऐलान * धान के सीजन के दौरान घरेलू उपभोक्ताओं और उद्योगों को भी मिलेगी निर्विघ्न बिजली आपूर्ति: बिजली मंत्री
* हरभजन ईटीओ ने धान के सीजन के लिए बिजली की निर्विघ्न आपूर्ति के शेड्यूल का ऐलान * धान के सीजन के दौरान घरेलू उपभोक्ताओं और उद्योगों को भी मिलेगी निर्विघ्न बिजली आपूर्ति: बिजली मंत्री
खबर खास, चंडीगढ़ :
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने धान के सीजन के दौरान किसानों को बिजली की निर्विघ्न आपूर्ति के लिए तैयारियां मुकम्मल कर ली हैं। यह जानकारी आज यहां प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए पंजाब के बिजली मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ द्वारा दी गई।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री पंजाब भगवंत सिंह मान द्वारा राज्य में धान की सीधी बिजाई (डी.एस.आर. विधि) को प्रोत्साहित करने के लिए दिशा-निर्देश दिए गए हैं, जिसके मद्देनजर इस बार धान की सीधी बुवाई के लिए पिछले वर्षों की तुलना में पहले ही समय सारणी जारी कर दी गई है। उन्होंने आगे कहा कि एक किलो चावल पैदा करने के लिए 3800 लीटर पानी लगता है जबकि डी.एस.आर. विधि के माध्यम से 400-500 लीटर प्रति किलो चावल पानी की बचत की जा सकती है। इसके अलावा राज्य सरकार डी.एस.आर. विधि के माध्यम से धान की बिजाई करने वाले किसानों को 1500 रुपये प्रति एकड़ सब्सिडी देती है।
बिजली मंत्री ने बताया कि धान के सीजन के दौरान 8 घंटे बिजली की निर्विघ्न आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी और जरूरत पड़ने पर यह समय बढ़ाया भी जा सकता है। उन्होंने बताया कि राज्य के मौजूदा 15 बिजली यूनिटों में से 14 बिजली यूनिट अपनी पूरी क्षमता के साथ कार्यरत हैं और एक यूनिट भी अगले तीन दिनों में काम करना शुरू कर देगा। उन्होंने बताया कि बीते वर्ष राज्य में बिजली की पीक डिमांड 16058 मेगावाट रही थी, जिसके मद्देनजर इस साल 17000 मेगावाट का प्रबंध किया गया है। इसके अलावा बिजली संयंत्रों के पास 30 दिन का कोयले का भंडार मौजूद है और राज्य में ट्रांसमिशन को भी बेहतर बनाया गया है।
बिजली मंत्री ने कहा कि राज्य में धान की बिजाई और धान की सीधी बिजाई (डी.एस.आर.) चरणबद्ध तरीके से और निर्धारित शेड्यूल के अनुसार की जाएगी। 15 मई से 31 मई, 2025 तक धान की सीधी बिजाई करने की अनुमति है। 1 जून से, अंतर्राष्ट्रीय सीमा के साथ लगते क्षेत्रों और नहर सिंचाई वाले क्षेत्रों में बिजाई की अनुमति होगी, जिसमें फरीदकोट, बठिंडा, फिरोजपुर, श्री मुक्तसर साहिब और फाजिल्का शामिल हैं। 5 जून से, गुरदासपुर, पठानकोट, तरनतारन, अमृतसर, रूपनगर, एसएएस नगर (मोहाली), फतेहगढ़ साहिब और होशियारपुर में बिजाई शुरू की जा सकती है। बाकी जिले जैसे- लुधियाना, मलेरकोटला, मानसा, मोगा, पटियाला, संगरूर, बरनाला, कपूरथला, जालंधर और शहीद भगत सिंह नगर – में 9 जून से बिजाई शुरू हो जाएगी।
डी.एस.आर. के तहत क्षेत्रों के लिए 8 घंटे रोजाना बिजली आपूर्ति 15 मई से शुरू हो चुकी है। अन्य क्षेत्रों के लिए, 8 घंटे की आपूर्ति राज्य सरकार द्वारा जारी बिजाई शेड्यूल के अनुसार लागू की जाएगी।
हरभजन सिंह ईटीओ ने भरोसा दिलाया कि सरकार बिजाई सीजन के दौरान किसानों की सहायता के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और आवश्यक बिजली की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सभी जरूरी उपाय किए गए हैं। उन्होंने कहा कि धान के इस सीजन के दौरान घरेलू उपभोक्ताओं और उद्योगों को भी निर्विघ्न बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी।
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