इस समझौते का उद्देश्य पूरे प्रदेश में संवेदनशील और मार्गभ्रष्ट युवाओं को कौशल विकास, काउंसलिंग, जागरूकता, क्षमता निर्माण और सामुदायिक भागीदारी से जुड़े कार्यक्रमों में शामिल करना है।