पंजाब के लोक निर्माण और बिजली विभाग मंत्री, हरभजन सिंह ईटीओ ने आज मोहाली में जिले के नवनिर्वाचित पंचों को पद की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि सभी पंचायत चुनाव के दौरान गुटबाजी को भूलकर ग्रामीणों को एक साथ लेकर गांव के विकास और कल्याण के लिए मिलकर कार्य करें।
लोक निर्माण एवं बिजली विभाग मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ ने पंचायतों से गुटबाजी से ऊपर उठकर काम करने की अपील की
लोकसभा सदस्य मलविंदर कंग द्वारा लोकतंत्र की सबसे निचली इकाई से युवा शक्ति को संभालने की अपील
साहिबजादा अजीत सिंह नगर जिले के 1924 पंचों को दिलाई गई पद की शपथ
खबर खास, साहिबज़ादा अजीत सिंह नगर/चंडीगढ़ :
पंजाब के लोक निर्माण और बिजली विभाग मंत्री, हरभजन सिंह ईटीओ ने आज मोहाली में जिले के नवनिर्वाचित पंचों को पद की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि सभी पंचायत चुनाव के दौरान गुटबाजी को भूलकर ग्रामीणों को एक साथ लेकर गांव के विकास और कल्याण के लिए मिलकर कार्य करें।
उन्होंने कहा कि राज्य की भगवंत मान सरकार ने इस बार पंचायत चुनाव में पार्टी चिन्हों से ऊपर उठकर चुनाव लड़ने की पहलकदमी कर गांवों को गुटबाजी से बाहर निकालकर असली बुनियादी मुद्दों पर फोकस करने का सकारात्मक प्रयास किया है।
मंत्री हरभजन सिंह ने कहा कि जनता द्वारा किसी पद पर चुना जाना भगवान का सबसे बड़ा आशीर्वाद है। चाहे वह पंच हो, सरपंच हो, पार्षद हो या विधायक। उन्होंने कहा कि जनता ने हमें कलम और मोहर की ताकत दी है, जिसका सदुपयोग करना हमारी बड़ी जिम्मेदारी बनती है। उन्होंने कहा कि कलम को तलवार से भी अधिक मजबूत माना जाता है, इसलिए हमें गांव के विकास और लोगों के कल्याण के लिए इसके सकारात्मक उपयोग को प्राथमिकता देनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि 1994 में पंचायती राज को संविधान की 11वीं अनुसूची में शामिल कर, देश के लोकतंत्र को लोकतंत्र की सबसे छोटी इकाई पंचायत के माध्यम से ग्रामीण स्तर पर लाया गया। ग्राम पंचायतों को 29 विषयों पर काम करने का अधिकार दिया गया है, इसलिए हमारा कर्तव्य बनता है कि हम सभी प्रकार की गुटबाजी और विरोध से ऊपर उठकर गांव और ग्रामीणों के कल्याण के लिए काम करें।
इस अवसर पर उन्होंने भांखरपुर की पंच बंदना और धड़ाक कलां की पंच मनप्रीत कौर को मंच पर आमंत्रित किया और अन्य पंचों के साथ शपथ दिलवा, इन पंचायत चुनावों के दौरान चुनी गई 50 प्रतिशत महिला शक्ति को कड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित किया।
श्री आनंदपुर साहिब से लोकसभा सदस्य मलविंदर सिंह कंग ने देश में संसद को लोकतंत्र की सबसे बड़ी इकाई और ग्राम पंचायत को सबसे छोटी इकाई का दर्जा देते हुए कहा कि फर्क सिर्फ इतना है कि संसद पूरे देश लोगों के कल्याण के लिए जिम्मेदार है और पंचायत को अपने गाँव के कल्याण के लिए निर्णय लेने होंगे। इसलिए, नवनिर्वाचित पंच और सरपंच लोकतंत्र के गौरवान्वित सिपाही हैं, जिनके कंधों पर गांव के विकास कार्यों के अलावा युवा शक्ति को संभालने, खेल मैदान तैयार करने, स्कूलों का रखरखाव और स्वास्थ्य केंद्रों जैसे परोपकारी कार्य करने की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि नवगठित पंच एवं सरपंच को गांव के प्रत्येक निवासी विशेषकर गरीब एवं जरूरतमंद लोगों का जीवन स्तर ऊंचा उठाने में मदद करनी चाहिए।
इससे पहले विधायक कुलवंत सिंह ने स्वागत भाषण के दौरान शांतिपूर्ण पंचायत चुनाव के लिए बधाई दी और कहा कि अब पार्टीबाज़ी और गुटबाजी से ऊपर उठकर काम करके दिखाने का मौका है।
विधायक कुलजीत सिंह रंधावा ने कहा कि पंजाब विधानसभा के पवित्र सदन की तरह ग्राम पंचायत स्तर पर भी गांव के लोगों को साथ लिया जाए और पंचायत चुनाव में हारे हुए प्रत्याशियों को भी हर विकास व कल्याण कार्य में साथ लिया जाए।
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