किसान आंदोलन के चलते  पंजाब की अर्थव्यवस्था और सामाजिक ढांचे पर हुए गंभीर प्रभावों को नजर अंदाज नहीं किया जा सकता। इस आंदोलन ने न सिर्फ प्रदेश बल्कि प्रदेश की विकास प्रक्रिया को भी बुरी तरह प्रभावित किया। इतना ही नहीं आम लोगों की दैनिक जिंदगी में भी इसके प्रभाव गंभीर देखे गए। पंजाब में जमीन प्राप्ति में देरी, परियोजनाओं का रुकना, निवेश में गिरावट, और परिवहन क्षेत्र को पहुंचे नुकसान ने पंजाब की अर्थव्यवस्था को गंभीर झटका दिया है।