पंजाब और देश भर में जो वाइल्डलाइफ सैंक्चुरीज़ (वन्यजीव अभयारण्य) हैं, उनके संबंध में वर्ष 2002 में भारतीय वाइल्डलाइफ बोर्ड द्वारा यह निर्णय लिया गया था कि एक ईको सेंसिटिव योजना अपनाई जाएगी, जिसके तहत भारत की सभी वाइल्डलाइफ सैंक्चुरीज़ को ईको सेंसिटिव ज़ोन घोषित किया जाएगा।