मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की दूरदर्शी अगुवाई के तहत पंजाब सरकार की शानदार प्राप्तियों को उजागर करते हुए और कांग्रेस तथा अकाली-भाजपा की अगुवाई वाली पिछली सरकारों पर बरसते हुए, पंजाब के वित्त, योजना, आबकारी और कराधान मंत्री एडवोकेट हरपाल सिंह चीमा ने आज पंजाब विधानसभा में पंजाब के राज्यपाल श्री गुलाब चंद कटारिया का उनके शानदार भाषण के लिए धन्यवाद किया।
कांग्रेस और अकाली-भाजपा की अगुवाई वाली पिछली सरकारों पर निशाना साधा, अपनी सरकार की उपलब्धियों को किया उजागर
लोगों के लिए मुफ्त बिजली का वादा किया पूरा
खबर खास, चंडीगढ़ :
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की दूरदर्शी अगुवाई के तहत पंजाब सरकार की शानदार प्राप्तियों को उजागर करते हुए और कांग्रेस तथा अकाली-भाजपा की अगुवाई वाली पिछली सरकारों पर बरसते हुए, पंजाब के वित्त, योजना, आबकारी और कराधान मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने आज पंजाब विधानसभा में पंजाब के राज्यपाल श्री गुलाब चंद कटारिया का उनके शानदार भाषण के लिए धन्यवाद किया।
चीमा ने अपना भाषण 2022 के चुनावों के दौरान आम आदमी पार्टी (आप) द्वारा पंजाब के लोगों को मुफ्त बिजली प्रदान करने के वादे को याद करते हुए शुरू किया। उन्होंने गर्व से घोषणा की कि यह वादा सरकार द्वारा सत्ता संभालने के महज तीन महीनों में ही पूरा हो गया है, जिसके परिणामस्वरूप 90 प्रतिशत घरेलू बिजली उपभोक्ताओं का बिल अब शून्य आ रहा है। उन्होंने गोइंदवाल साहिब में 6000 करोड़ रुपये के निजी थर्मल प्लांट को केवल 1080 करोड़ रुपये में हासिल करने के सरकार के ऐतिहासिक निर्णय पर भी प्रकाश डाला, जो पंजाब के इतिहास में पहली बार हुआ है कि किसी निजी कंपनी को सरकार द्वारा खरीदा गया है।
कांग्रेस की अगुवाई वाली पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए वित्त मंत्री चीमा ने सत्र के दौरान कांग्रेस पार्टी के वॉक-आउट की आलोचना की, वॉक-आउट का कारण कांग्रेस की अगुवाई वाली राज्य सरकार द्वारा छोड़े गए 9000 करोड़ रुपये के सब्सिडी बकाए को हासिल करने में वर्तमान सरकार की सफलता को स्वीकार करने में उनकी असमर्थता को बताया।
आम आदमी पार्टी के प्रदेश में स्वास्थ्य क्रांति लाने के वादे का हवाला देते हुए वित्त मंत्री ने आम आदमी क्लीनिकों के परिवर्तनशील प्रभाव को उजागर किया, जिनके माध्यम से अनगिनत नागरिकों को मुफ्त इलाज, टेस्ट और दवाइयाँ प्रदान की गई हैं, जबकि कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार स्वास्थ्य देखभाल पदों के लिए ठीक ढंग से भर्ती करने में असफल रही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार के दौरान 547 पदों के लिए एक विज्ञापन जारी किया गया था, जिसमें से केवल 43 लोगों को भर्ती किया गया था। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने न सिर्फ विशेषज्ञ डॉक्टरों की भर्ती की है, बल्कि सरकारी अस्पतालों की छवि भी बदली जा रही है।
वित्त मंत्री चीमा ने ‘आप’ के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार द्वारा शिक्षा क्षेत्र के बजट में 57 प्रतिशत बढ़ोतरी का जिक्र किया। उन्होंने स्कूल ऑफ एमिनेंस और अंतरराष्ट्रीय शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रमों जैसे प्रयासों की सराहना की। इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस सरकार द्वारा 1207 स्कूल बंद करने की बेबुनियादी योजना की निंदा की जिसकों उस समय आम आदमी पार्टी द्वारा किये गये विरोध के कारण रोकना पड़ा। उन्होंने कहा कि विरोधी पार्टियों के ज्यादातर नेताओं ने भारी फीस वाले निजी स्कूलों में शिक्षा प्राप्त की, इसलिए वे प्रदेश के सरकारी स्कूलों की स्थिति से बिल्कुल अंजान थे।
वित्त मंत्री चीमा ने 90,000 करोड़ रुपए से अधिक के निवेश को आकर्षित करने में सरकार की सफलता को भी उजागर किया और इसका श्रेय मुख्यमंत्री मान की अगुवाई वाली प्रदेश सरकार द्वारा कानून व्यवस्था में किए गए सुधार को दिया। उन्होंने कांग्रेस के शासन के दौरान बढ़ने वाले गैंगस्टर कल्चर को खत्म करने के लिए एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स की सराहना की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने प्रदेश में गैंगस्टर कल्चर को जन्म दिया और दूसरे प्रदेशों से गैंगस्टरों को लाकर पंजाब की जेलों में रखा जाता था।
नशों के पूर्ण ख़ात्मे के मुद्दे पर बात करते हुए वित्त मंत्री चीमा ने सरकार द्वारा शुरू किए गए ‘युद्ध नशों विरूद्ध’ के बारे में व्यापक जानकारी देते हुए बताया कि इस जंग के दौरान अब तक 2200 एफ.आई.आर. दर्ज की गई हैं, 3800 गिरफ्तारी हुई हैं और नशा बेचने वालों की 43 अवैध संपत्तियों को ध्वस्त किया गया है। उन्होंने बताया कि अकाली-भाजपा सरकार के दौरान पहली बार प्रदेश के लोगों ने ‘चिट्टे’ का नाम सुना था। उन्होंने आगे कहा कि इसके बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने तलवंडी साबो से 35 किलोमीटर दूर गुटका साहिब पकड़कर नशों को ख़त्म करने का सौगंध खायी, लेकिन बाद में कांग्रेस के शासन के दौरान यह नशे का कारोबार और भी प्रफुल्लित हो गया।
वित्त मंत्री चीमा ने राज्य के 50,000 से अधिक नौजवानों को रोजगार प्रदान करने और ‘खेडां वतन पंजाब दियां’ जैसी पहलकदमियां और 1,000 खेल नर्सरियों की स्थापना संबंधी योजना के माध्यम से खेलों को प्रोत्साहित करने संबंधी सरकार के प्रयासों पर प्रकाश डाला। उन्होंने युवा पीढ़ी को खेलों की ओर प्रेरित करने के लिए खेलों में उपलब्धियां हासिल करने वाले खिलाड़ियों को उच्च पदों पर नियुक्त करने का भी जिक्र किया।
कृषि की बेहतरी के लिए भूजल को बचाने की आवश्यकता पर जोर देते हुए वित्त मंत्री चीमा ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की अगुवाई वाली सरकार ने दशकों बाद टेलों पर नहरी पानी की आपूर्ति को सुनिश्चित करके इस दिशा में महत्वपूर्ण पहलों की शुरुआत की है और साथ ही खेती के लिए नियमित निर्बाध बिजली सुनिश्चित की गई है। उन्होंने ट्यूबवेल्स के लिए बिजली सब्सिडियों को जारी रखने का भी जिक्र किया।
वित्त मंत्री चीमा ने देश के लिए जान न्यौछावर करने वाले सैनिकों के परिवारों को 1 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता देकर उनकी कुर्बानियों का सम्मान करने की सरकार की प्रतिबद्धता का भी जिक्र किया। उन्होंने राज्य के कर्ज प्रबंधन, ब्याज की अदायगी और शिक्षक सेवाओं को नियमित करने के लिए सरकार के प्रयासों को भी उजागर किया और इन उपलब्धियों की तुलना पिछली अकाली-भाजपा और कांग्रेस की अगुवाई वाली सरकारों की असफलताओं के साथ की।
वित्त मंत्री ने कहा कि पिछली अकाली-भाजपा और कांग्रेस सरकारों ने पंजाब पर लगभग 3 लाख करोड़ रुपये के कर्ज का बोझ डाला। इस कर्ज पर लगने वाला ब्याज ही सालाना 20,000 करोड़ रुपये है, जोकि प्रदेश पर एक बड़ा बोझ है। उन्होंने कहा कि इस ब्याज की मूल राशि की अदायगी के लिए प्रयास किए जा रहे हैं और बजट का एक बड़ा हिस्सा अभी भी ब्याज की अदायगी के लिए आवंटित किया जा रहा है, जिससे प्रदेश के संसाधनों पर दबाव पड़ रहा है।
कर्मचारियों के मुद्दों पर बात करते हुए, वित्त मंत्री ने कांग्रेस सरकार द्वारा छठे वेतन आयोग जारी करते समय कर्मचारियों के बकाये के लगभग 14,500 करोड़ रुपये के भुगतान के लिए ‘आप’ की अगुवाई वाली प्रदेश सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों को उजागर किया। उन्होंने कहा कि पंजाब में सबसे अधिक अध्यापकों की सेवाओं को नियमित किया गया है और गैर-स्थायी अध्यापकों को अब 25,000 रुपये वेतन दिया जा रहा है जबकि कांग्रेस सरकार के दौरान यह वेतन 6,000 रुपये था।
अपने भाषण की समाप्ति करते हुए, वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने प्रदेश की विधानसभा में महज 8 सालों के सफर के दौरान पंजाब में शानदार तरक्की की है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की दूरदर्शी अगुवाई में पंजाब सरकार लगातार प्रदेश में तरक्की और विकास को नई ऊंचाइयों पर ले जा रही है।
Comments 0