कुलपति प्रो. राघवेंद्र प्रसाद तिवारी के नेतृत्व में विद्यार्थियों एवं शिक्षकों ने “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग” थीम पर आयोजित सामूहिक योगाभ्यास सत्र में उत्साहपूर्वक भाग लिया
कुलपति प्रो. राघवेंद्र प्रसाद तिवारी के नेतृत्व में विद्यार्थियों एवं शिक्षकों ने “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग” थीम पर आयोजित सामूहिक योगाभ्यास सत्र में उत्साहपूर्वक भाग लिया
खबर खास, बठिंडा:
पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय, बठिंडा (सीयू पंजाब) ने 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर विश्वविद्यालय परिसर में एक भव्य सामूहिक योगाभ्यास सत्र का आयोजन कर अत्यंत उत्साह के साथ योग दिवस मनाया। कुलपति प्रो. राघवेंद्र प्रसाद तिवारी के संरक्षण में आयोजित इस कार्यक्रम का संचालन विश्वविद्यालय के शारीरिक शिक्षा विभाग द्वारा किया गया, जिसमें विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं, शिक्षकों, कर्मचारियों तथा केंद्रीय विद्यालय संगठन के विद्यार्थियों सहित लगभग 290 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
योग की भारतीय परंपरा का यह उत्सव स्वास्थ्य जागरूकता, अनुशासन और सामूहिक सहभागिता का सशक्त उदाहरण बना। इस वर्ष योग दिवस की थीम “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग” रही, जो मानव स्वास्थ्य और पर्यावरणीय संतुलन के परस्पर संबंध को उजागर करती है।
इस अवसर पर योग भारती हिमाचल के संस्थापक श्री श्रीनिवास मूर्ति मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि समग्र स्वास्थ्य के लिए योग को जीवन की दिनचर्या में नियमित रूप से शामिल किया जाना चाहिए। विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित सरदार करमजीत सिंह, प्रधान, गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी, और श्री गोपाल सोनी जी ने भी योग के सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व पर अपने विचार साझा किए।
इस अवसर पर माननीय कुलपति प्रो. राघवेंद्र प्रसाद तिवारी ने सभी को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि योग भारत की ज्ञान परंपरा का अमूल्य उपहार है, जो शारीरिक, मानसिक और आत्मिक कल्याण का एक समग्र साधन है। उन्होंने कहा, “संघर्षों से जूझ रही आज की दुनिया में, हमारा प्राचीन भारतीय ज्ञान विश्व को शांति का मार्ग प्रदान करता है।” प्रो. तिवारी ने इस बात पर बल दिया कि योग केवल व्यायाम नहीं, बल्कि आंतरिक शांति का माध्यम है, जो व्यक्ति, समाज और वैश्विक स्तर पर संघर्षों के समाधान हेतु प्रभावी उपकरण प्रदान करता है।
कार्यक्रम के दौरान प्रतिभागियों ने आयुष मंत्रालय द्वारा निर्धारित कॉमन योगा प्रोटोकॉल का अभ्यास किया, जिसके पश्चात एक ध्यान सत्र भी आयोजित किया गया। सभी प्रतिभागियों ने अनुशासन और ऊर्जा के साथ योगासन, कपालभाति, प्राणायाम, ध्यान आदि योगाभ्यासों में सक्रिय भागीदारी निभाई।
शारीरिक शिक्षा विभाग के विद्यार्थियों ने मंच पर योगाभ्यासों का प्रदर्शन किया, जिसे सभी उपस्थित प्रतिभागियों ने अनुसरण किया। कार्यक्रम के अंत में कुलसचिव डॉ. विजय शर्मा ने औपचारिक धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।
योग सत्र के उपरांत विश्वविद्यालय परिसर में एक वृक्षारोपण अभियान का आयोजन भी किया गया, जो प्रकृति के साथ सामंजस्य का प्रतीक रहा। इस अभियान में शिक्षकों, कर्मचारियों और विद्यार्थियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया और पर्यावरणीय चेतना के साथ शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य के संतुलन का संदेश दिया।
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