पंजाब सरकार बाढ़ के प्रकोप को रोकने के लिए नदियों के मजबूत बांध बनाने पर विशेष ध्यान दे रही है – कटारूचक्क
बाढ़ प्रभावित इलाकों में फंसे लोगों को बचाने के लिए दिन-रात काम जारी – मुंडियां
पंजाब सरकार के प्रयास तब तक जारी रहेंगे जब तक स्थिति काबू में नहीं आती और पानी कम नहीं हो जाता – हरभजन ईटीओ
खबर खास, चंडीगढ़ :
पंजाब सरकार बाढ़ प्रभावित आबादी को राहत और सहायता प्रदान करने तथा प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए दिन-रात पूरी निष्ठा से काम कर रही है। प्रदेश के सभी कैबिनेट मंत्री विभिन्न गांवों और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जाकर लोगों को राहत सामग्री और सहायता प्रदान कर रहे हैं। कैबिनेट मंत्रियों ने संवेदनशील इलाकों का दौरा कर नदियों के बांधों को मजबूत करने की व्यवस्था की समीक्षा भी की।
पंजाब के वित्त, योजना, आबकारी और कराधान मंत्री एडवोकेट हरपाल सिंह चीमा ने गुरुवार को भारत सरकार से अपील की कि वह पंजाब के प्रति वही मानवीय दृष्टिकोण दिखाए जो उसने तालिबान-शासित अफगानिस्तान को सहायता देने में दिखाया है। उन्होंने केंद्र सरकार की प्राथमिकताओं पर सवाल उठाते हुए कहा कि अफगानिस्तान को राहत सामग्री तुरंत भेज दी गई, लेकिन बाढ़ प्रभावित पंजाब को वित्तीय और मानवीय सहायता मिलने में देरी क्यों हो रही है।
वित्त मंत्री ने कहा कि पंजाब, जो देश की खाद्य सुरक्षा और आर्थिक मजबूती में लगातार योगदान देता रहा है, इस आपदा की घड़ी में समय पर और पर्याप्त सहायता का हकदार है। उन्होंने सवाल उठाया – “यदि मानवीय सहायता सरहदों के पार भेजी जा सकती है तो अपने ही लोगों की मदद करने में झिझक क्यों?” उन्होंने पंजाब सरकार की इस प्रतिबद्धता को दोहराया कि बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत देने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे।
कैबिनेट मंत्री लाल चंद कटारूचक्क ने जिला पठानकोट के भोआ हलके के काठलौर पुल के पास कोलियां अड्डा में बन रहे अस्थायी बांध का निरीक्षण किया, जिसे रावी नदी के उफान के कारण भारी नुकसान हुआ था। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार प्रभावित लोगों को राहत सामग्री उपलब्ध करा रही है और पशुओं के लिए चारा भी मुहैया कराया जा रहा है।
शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने श्री आनंदपुर साहिब जिले के मोजोवाल, बेला ध्यानि अपर और बेला ध्यानि गुजर बस्ती गांवों का दौरा कर बाढ़ प्रबंधों का जायजा लिया और लोगों से अपील की कि वे ऊंचे स्थानों पर चले जाएं ताकि उनकी कीमती जानें बचाई जा सकें। उन्होंने नंगल और श्री आनंदपुर साहिब के कुछ गांवों के निवासियों से अपने घर खाली कर सुरक्षित स्थानों अथवा राहत कैंपों में जाने की अपील की।
उन्होंने लक्ष्मी नारायण मंदिर का भी दौरा किया, जहां मंदिर के कुछ हिस्सों को नुकसान पहुंचा था। उन्होंने लोगों से सुरक्षित इलाकों में जाने की प्रार्थना की और निचले इलाकों के निवासियों को निर्धारित आश्रय स्थलों पर जाने की अपील की। साथ ही लोगों को अफवाहों पर विश्वास न करने की सलाह दी और समाज के सभी वर्गों की सुरक्षा एवं देखभाल के लिए प्रार्थना भी की।
पंजाब के राजस्व, पुनर्वास एवं आपदा प्रबंधन मंत्री हरदीप सिंह मुंडियां ने डिप्टी कमिश्नर हिमांशु जैन और पुलिस कमिश्नर के साथ लुधियाना जिले के ससराली कॉलोनी के पास धुसी बांध का निरीक्षण किया। मंत्री ने डीसी, सीपी, सेना के जवानों और सैकड़ों स्थानीय निवासियों के साथ मिलकर मौके पर बांध को मजबूत करने में मदद की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बांध को समय रहते मजबूत किया जाए ताकि निचले इलाकों में रहने वाले लोग किसी भी संभावित खतरे से सुरक्षित रहें। उन्होंने दोहराया कि पंजाब सरकार सक्रिय कदमों और सभी एजेंसियों के सहयोग से जन-धन की सुरक्षा के लिए पूरी तरह वचनबद्ध है।
इस दौरान जल संसाधन मंत्री बरिंदर कुमार गोयल ने लहरागागा हलके में घग्गर नदी के बांधों का निरीक्षण कर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने कमजोर हिस्सों पर रेत की बोरियां रखने की निगरानी की। मंत्री ने मकरोड़ साहिब, मंडवी, चंदू, अंदाना, खनौरी और घग्गर किनारे के अन्य इलाकों का भी दौरा किया।
कैबिनेट मंत्री तरुनप्रीत सिंह सौंद ने फाजिल्का जिले के बाढ़ प्रभावित सीमा गांवों की मदद के लिए खन्ना से राहत सामग्री का दूसरा ट्रक रवाना किया।
पंजाब के कैबिनेट मंत्री स लालजीत सिंह भुल्लर ने आज अपने हलका पट्टी के गांव भावोवाल में एक अस्थायी राहत कैंप लगाया, जहां लोगों द्वारा सेवा के रूप में लायी गई राहत सामग्री 30-35 किलोमीटर के दायरे में जरूरतमंदों में वितरित की जाएगी।
उन्होंने कहा कि जो भी व्यक्ति बांध पर मिट्टी भरने के लिए अपने ट्रैक्टर को डीजल से भरवाना चाहता है, उसे इस राहत कैंप से डीजल दिया जाएगा। साथ ही आस-पास के जरूरतमंद लोग यहां से राशन, पशुओं के लिए चारा आदि प्राप्त कर सकेंगे।
कैबिनेट मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ ने राज्यसभा सांसद संजय सिंह और विधायक कुलदीप सिंह धालीवाल के साथ हलका अजनाला के रामदास के पास स्थित गांवों का दौरा किया और गांव निसोको में बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री वितरित की।
कैबिनेट मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने कहा कि प्रदेश सरकार बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत कार्यों के लिए धन की कोई कमी नहीं आने दे रही। उन्होंने बताया कि फाजिल्का जिले के लिए 3.5 करोड़ रुपये की एक और किस्त जारी की गई है, जबकि पहले ही 1.5 करोड़ रुपये दिए जा चुके हैं। इस प्रकार फाजिल्का जिले में राहत कार्यों के लिए कुल 5 करोड़ रुपये दिए गए हैं। उन्होंने अपनी विवेकाधीन निधि से नावों की खरीद के लिए 3 लाख रुपये भी दिए। उन्होंने बताया कि राहत कैंपों में प्रभावित परिवारों को राशन, पशुओं के लिए चारा और अन्य आवश्यक वस्तुएं मुहैया कराई जा रही हैं।
मोगा की विधायक डॉ. अमनदीप कौर अरोड़ा ने फिरोजपुर के बाढ़ प्रभावित इलाकों के लिए मोगा से चावल, राशन किट आदि राहत सामग्री भेजी। डिप्टी कमिश्नर फाजिल्का अमरप्रीत कौर संधू ने बताया कि प्रभावित इलाकों से अब तक 3032 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है। प्रभावित गांवों की संख्या बढ़कर 37 हो गई है और 1937 लोगों को राहत कैंपों में ठहराया गया है। अब तक 7585 राशन किटें और पशुओं के चारे के 4298 बोरे वितरित किए जा चुके हैं।
डिप्टी कमिश्नर बठिंडा राजेश धीमान ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों के लिए 6,000 जूस पैकेट ले जाने वाले वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
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