खबर खास, चंडीगढ़:
उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले में पीएम आवास ग्रामीण योजना की पहली किस्त मिलने के बाद करीब 11 विवाहित महिलाएं अपने प्रेमी के साथ भाग गईं। सरकारी योजना गरीब और मध्यम वर्ग के परिवारों को स्थायी घर बनाने में वित्तीय सहायता प्रदान करती है। जानकारी के मुताबिक यह मामला तब सामने आया जब संजय नाम के एक व्यक्ति ने बताया कि उसकी पत्नी सुनिया योजना की पहली किस्त 40,000 रुपये मिलने के बाद लापता हो गई है।
खंड विकास अधिकारी द्वारा की गई प्रारंभिक जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि महिला सुनिया सरकार द्वारा हाल ही में जारी की गई 40,000 रुपये की किस्त लेकर किसी अज्ञात व्यक्ति के साथ भाग गई है। महाराजगंज जिले में हाल ही में पीएमएवाई योजना के तहत करीब 2,350 लाभार्थियों को किस्त मिली है। इसके बाद इसी तरह के 10 अन्य मामले सामने आए, जहां पतियों ने अपनी पत्नियों के लापता होने की सूचना दी।
सुनिया के ससुर ने सरकार से अनुरोध किया है कि शेष दो किस्तें उनके बेटे संजय के खाते में ट्रांसफर की जाएं। उन्होंने कहा है कि हमारी बहू के खाते में पैसे भेजे गए थे, लेकिन बाद में पता चला कि वह किसी लड़के के साथ भाग गई है। हम मांग करते हैं कि सरकार मेरे बेटे के खाते में पैसे भेजे। योजना के दुरुपयोग की निंदा करते हुए महाराजगंज के जिला मजिस्ट्रेट अनुनय झा ने कहा है कि यह संज्ञान में आया है कि प्रधानमंत्री आवास योजना की पहली किस्त का दुरुपयोग 11 महिलाओं ने किया, जिन्होंने इसका इस्तेमाल घर बनाने में नहीं किया। संबंधित विभाग को लाभार्थियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने और धनराशि वसूलने का निर्देश दिया गया है।”
हालांकि, यह पहली ऐसी घटना नहीं है। इससे पहले बाराबंकी जिले की चार महिलाएं योजना के तहत 50,000 रुपये पाकर अपने प्रेमियों के साथ भाग गई थीं।