खबर खास ब्यूरो, चंडीगढ।
पंजाब और अमेरिकन चेंबर ऑफ कॉमर्स इन इंडिया (एमचैम इंडिया) के दरमियान आज एमचैम इंडिया की 29वीं एजीएम के दौरान एक एम.ओ.यू. (सहमति पत्र) सहीबद्ध किया गया, जो अमरिकी कंपनियों को राज्य में निवेश और व्यापार के लिए प्रोत्साहित करने के साथ-साथ साजग़ार माहौल मुहैया करवाएगा।
इस सहमति पत्र पर इनवैस्ट पंजाब के सी.ई.ओ. श्री रजत अग्रवाल और एमचैम इंडिया के प्रोग्राम डायरैक्टर श्री राजीव आनंद द्वारा प्रमुख सचिव इनवेस्टमैंट प्रमोशन श्री हुसन लाल की मौजूदगी में हस्ताक्षर किए गए। एमचैम इंडिया द्वारा भारत के किसी राज्य के साथ पहला समझौता किया गया है। इसमें एक साझे कार्य समूह (जे.डब्ल्यू.जी.) का गठन शामिल है, जिसमें इनवैस्ट पंजाब और एमचैम इंडिया मैंबर हैं, जो निवेश में तालमेल बढ़ाने के लिए काम करेंगे, जिससे पंजाब, भारत और अमरीका में सुखद ढंग से कारोबार करने के लिए उपयुक्त माहौल भी मिलेगा।
राज्य में मौजूद विभिन्न क्षेत्रों में अमरीकी कंपनियों के लिए निवेश के अवसरों संबंधी पेशकारी देते हुए इनवैस्ट पंजाब के सीईओ रजत अग्रवाल ने कहा कि पंजाब ने भारत में व्यापार शुरू करने की इच्छुक कई प्रसिद्ध बहु-राष्ट्रीय कंपनियों के लिए एक लॉन्चपैड के तौर पर काम किया है। श्री अग्रवाल ने कृषि और फूड प्रासैसिंग, टैक्निकल इंजनियरिंग, टेक्स्टाईल और फार्मा जैसे कई क्षेत्रों में पंजाब आधारित कंपनियों के साथ निवेश या साझे व्यापार के अवसरों संबंधी जानकारी दी। श्री अग्रवाल ने कहा कि निवेशकों के लिए उचित माहौल के स्वरूप पंजाब सरकार 12 बिलियन डॉलर से अधिक निवेश लागू करने के विभिन्न पड़ावों पर है। यह निवेश के सम्बन्ध में बड़ी कामयाबी है।
उन्होंने राज्य सरकार द्वारा किए गए उच्च प्रभाव वाले कारोबार संबंधी सुधारों जैसे राइट टू बिजऩेस एक्ट 2020, डीम्ड मंज़ूरियां, केंद्रीय निरीक्षण प्रणाली पर भी विचार किया, जो राज्य में कारोबार शुरू करने के लिए लगने वाले समय और लागत को घटाने के लिए किए गए हैं।
इनवैस्ट पंजाब के सीईओ ने आगे बताया कि पंजाब सरकार के लिए औद्योगीकरण, व्यापार और वाणिज्य को प्रोत्साहित करने के लिए अमरीका मुख्य देशों में से एक है। ऐमाज़ॉन, वॉलमार्ट, क्वारक, कारगिल, टायसन, जोहन डियर, गैटस, स्रेबर, पेप्सी, कोका कोला, टैलीपरफॉरमैंस, कम्पू-विजन कंसलटिंग, नैटसमार्टज़ इनफोटैक जैसी 20 से अधिक अमरीकी फर्मों ने पंजाब को अपने पसन्दीदा निवेश स्थान के तौर पर चुना है। अमरीकी और पंजाब आधारित कंपनियों के लिए अलग-अलग क्षेत्रों में साझे व्यापार के लिए अथाह मौके मौजूद हैं।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा 2013 में स्थापित किया गया, पंजाब ब्यूरो ऑफ इनवेस्टमैंट परमोशन (इनवैस्ट पंजाब) उन निवेशकों के लिए सुविधा प्राप्त करने का एक साधन है जो पंजाब में कारोबार स्थापित करना चाहते हैं। श्री अग्रवाल ने कहा कि इनवैस्ट पंजाब को भारत सरकार ने सबसे बढिय़ा कारगुज़ारी वाले राज्य (आईपीए) का दर्जा दिया है।
निवेश प्रोत्साहन विभाग के प्रमुख सचिव श्री हुसन लाल ने राज्य द्वारा उठाए गए प्रगतिशील कदमों और उचित कारोबारी वातावरण संबंधी प्रकाश डाला, जहाँ 20 से अधिक अमरीकी व्यापारिक संस्थान मौजूद हैं। इसके अलावा उन्होंने पंजाब को अमरीकी कंपनियों के लिए एक आकर्षक जगह बताया जो दक्षिण पूर्वी एशिया में अपने कारोबारों को स्थापित करना चाहते हैं। राज्य में सैकटोरियल सामथ्र्य का जि़क्र करते हुए उन्होंने पंजाब में निवेश के अनुकूल अलग-अलग कारकों जैसे कि शांतिपूर्ण कार्य संबंधों, आवास सम्बन्धित पाबंदी रहित लाभकारी प्रोत्साहन पर ध्यान केन्द्रित किया।
आगामी प्रगतिशील पंजाब निवेशक सम्मेलन-2021 के लिए प्रमुख उद्योपतियों को न्योता देते हुए उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार को समावेशी और समग्र विकास के लिए 26 और 27 अक्टूबर 2021 को कारोबारी मुखियों की सक्रिय नुमायंदगी की ज़रूरत है।
इनवैस्ट पंजाब के सलाहकार मेजर बी.एस. कोहली ने बताया कि राज्य ने एक कृषि प्रधान राज्य होने के अक्स को बदलने के लिए काफ़ी यत्न किए हैं और कई औद्योगिक स्थानों की मौजूदगी के साथ अब पंजाब को कारोबार के क्षेत्र में एक ताकत के तौर पर देखा जा रहा है। राज्य में पिछले 4.5 सालों के दौरान व्यापार समर्थकीय प्रगतिशील नीतियों और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व वाली सरकार के दूरदर्शी शासन के स्वरूप निवेश में विस्तार देखा गया है। मेजर कोहली ने कहा कि यह राज्य की इच्छा है जो हमें अच्छे शिक्षार्थी बनाती है और हम कारोबारों द्वारा परखा जाना पसंद करेंगे।
इस समागम में मौजूद, पैपसिको, गूगल, जोहन डियर, बाऊस एंड लौंब और अमरीका की अन्य प्रसिद्ध कंपनियों के प्रमुख प्रबंधकों ने राज्य के बेमिसाल विकास और सभी के सम्मिलित विकास में भरोसा प्रकट किया। राज्य में ‘‘उद्योग समर्थकीय माहौल’’ को ऊजागर करते हुए, प्रमुख उद्योगपतियों ने कहा कि व्यापार में आसानी के लिए पंजाब एक रौशनी के स्तंभ के तौर पर आगे आना चाहता है।