खबर खास, चंडीगढ़/अमृतसर:
मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुसार पंजाब को सुरक्षित और संरक्षित राज्य बनाने के लिए चल रहे अभियान के बीच भगवंत सिंह मान, अमृतसर कमिश्नरेट पुलिस ने सात आरोपियों को गिरफ्तार करके सनसनीखेज अमृतसर डकैती मामले का सफलतापूर्वक पता लगाया है, जिसमें पीड़ित के ड्राइवर की बेटी और उसके मंगेतर शामिल हैं, जिन्होंने डकैती को अंजाम देने की पूरी साजिश रची थी, पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव ने सोमवार को यहां कहा। गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान खंडवाला छेहरटा के अमर एवेन्यू की शिवानी (28) और अजनाला के उसके मंगेतर गुरटेक सिंह (23) और उनके साथियों में मजीठा रोड अमृतसर के गुरप्रीत सिंह (34), जंडियाला के संदीप सिंह (29), गांव महल के दीपक कुमार (30), अजनाला के हरदेव सिंह (53) और अमृतसर के राजासांसी के हरपाल सिंह (52) शामिल हैं। आरोपी शिवानी नरिंदर मोहन मेहता की बेटी है, जो पीड़ित जिया लाल बहल के साथ ड्राइवर के रूप में काम करता है, और बाद के अमीरों से परिचित था।
जानकारी के अनुसार बुधवार की सुबह पीड़ित जिया लाल के घर में घुसकर चार हथियारबंद बदमाशों ने 90 लाख रुपये और 3 किलो जेवरात लूट लिए। डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि तीन आरोपियों गुरप्रीत, संदीप और दीपक को महाराष्ट्र पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों की मदद से अंतरराज्यीय अभियान के तहत महाराष्ट्र के धुले जिले से गिरफ्तार किया गया, जबकि बाकी चार लोगों को अमृतसर से गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि पुलिस टीमों ने उनके कब्जे से 41.40 लाख रुपये नकद और 800 ग्राम सोना भी बरामद किया है। डीजीपी ने बताया कि इस सनसनीखेज डकैती मामले को सुलझाने के लिए पुलिस टीमों ने पेशेवर और वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाया है। उन्होंने बताया कि इस मामले में आगे की जांच जारी है।
अमृतसर के पुलिस आयुक्त रंजीत सिंह ढिल्लों ने अधिक जानकारी साझा करते हुए बताया कि घटना के बाद एडीसीपी सिटी-2 अभिमन्यु राणा और एसीपी नॉर्थ विजय कुमार की देखरेख में सिविल लाइंस थाने, सीआईए-1 और सीआईए-2 की पुलिस टीमों ने तुरंत इस मामले की जांच शुरू कर दी। उन्होंने कहा कि पुलिस टीमों ने 12 घंटे से भी कम समय में मामले का पता लगाने में कामयाबी हासिल की और 24 घंटे के भीतर महाराष्ट्र से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। जबकि, शेष चार आरोपियों को शुक्रवार और शनिवार को गिरफ्तार किया गया। सीपी रंजीत सिंह ढिल्लों ने कहा कि इस मामले में शामिल दो और साथियों की पहचान कर ली गई है और उन्हें पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस मामले में आगे और पीछे के संबंधों को स्थापित करने के लिए जांच जारी है। पुलिस स्टेशन सिविल लाइंस अमृतसर में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 394 और शस्त्र अधिनियम की धारा 25 के तहत एक मामला एफआईआर नंबर 107 दिनांक 26-06-2024 दर्ज किया गया था।